नालासोपारा विस्फोटक मामले से जुड़े हैं दाभोलकर हत्या के तार

डॉ. नरेंद्र दाभोलकर हत्या मामले में एक गिरफ्तार

महाराष्ट्र एटीएस की बड़ी कार्रवाई

पुणे। समाचार ऑनलाइन

अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक डॉ नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड में महाराष्ट्र एटीएस ने औरंगाबाद से गिरफ्तार किया है। सचिन प्रकाशराव अंधुरे नामक इस आरोपी को दाभोलकर हत्या की जांच कर रही सीबीआई के सुपुर्द किया गया है। अब तक की जांच में सचिन का हत्या में परोक्ष सहभाग सामने आया है। बताया जा रहा है कि डॉ दाभोलकर पर गोली उसी ने चलाई थी। पूरे पांच साल बाद इस हत्याकांड में की गई यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। फिलहाल सीबीआई उससे पूछताछ कर रही है।
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नालासोपारा और पुणे से भारी मात्रा में विस्फोटक और अवैध असलहे बरामद करने के बाद एटीएस ने वैभव राउत समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उनकी पुलिस कस्टडी खत्म होने से उन्हें अदालत में पेश किया गया था, जहां उन्हें पुनः 28 अगस्त तक कस्टडी में भेजा गया। पूछताछ में उनमें एक आरोपी डॉ नरेंद्र दाभोलकर की हत्या में शामिल रहने की जानकारी हासिल हुई। पूछताछ में उसने अपने साथी के साथ मिलकर दाभोलकर की हत्या को अंजाम दिए जाने की जानकारी दी। इस आधार पर एटीएस ने सचिन अरुंधे को औरंगाबाद से गिरफ्तार किया। उसे दाभोलकर हत्या की जांच में जुटी सीबीआई के हवाले किया गया है। अब सीबीआई उससे पूछताछ कर रही है।

डॉ. नरेंद्र दाभोलकर की हत्या को पांच साल बीतने के बाद उनपर फायरिंग करनेवाले को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल हुई है। सीबीआई जल्द ही इस हत्या की साजिश के गहरे राजों से पर्दा उठायेगी, यह उम्मीद जताई जा रही है। गौरतलब हो कि, डॉ नरेंद्र दाभोलकर ने राज्यभर में अंधश्रद्धा के खिलाफ जनजागृति का कार्य किया था। 20 अगस्त 2013 को बालगंधर्व रंगमदिर के समीप ओंकारेश्वर मंदिर के सामने मॉर्निंग वॉक के लिए निकले दाभोलकर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावर दो की संख्या में थे और वे एक काले रंग की स्प्लेंडर बाइक पर सवार होकर आए थे। उन्होंने दाभोलकर चार राउंड गोलियां चलाई थी जिसमें से दो गोलियां सिर में लगने से दाभोलकर की मौत हो गई थी।