‘ठाकरे’ पर सेंसर बोर्ड और संजय राउत आमने-सामने

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – शिवसेना संस्थापक और महाराष्ट्र की सियासत में अहम स्थान रखने वाले बाल ठाकरे की बायोपिक का ट्रेलर आज रिलीज किया गया। इस रिलीज़ के साथ ही फिल्म सेंसर बोर्ड के निशान पर आ गयी है। बोर्ड ने फ़िल्म के तीन संवादों पर एतराज़ जताया है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, इन तीन में से दो संवाद दक्षिण भारतीयों के संबंध में कहे गये हैं, जबकि एक बाबरी मस्जिद से संबंधित है। उधर, फ़िल्म के लेखक-निर्माता और शिवसेना सांसद संजय राउत सेंसर बोर्ड से टकराने के मूड में हैं और उन्होंने संवाद हटाने से इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि बालासाहेब ठाकरे का सामाजिक और राजनीतिक जीवन50 साल से अधिक रहा है। वो जैसे थे, हम वैसा ही दिखा रहे हैं। इसलिए एतराज़ की कोई वजह नहीं है।

बता दें कि फ़िल्म 23 जनवरी 2019 को बाल ठाकरे के 93वें जन्म दिवस पर रिलीज़ की जाएगी। फ़िल्म में नवाज़उद्दीन सिद्दीक़ी बाला साहेब का किरदार निभा रहे हैं। आज फ़िल्म का ट्रेलर रिलीज़ किया गया।  2 मिनट 54 सेकंड के इस ट्रेलर में नवाजुद्दीन सिद्दीकी हूबहू बाल ठाकरे के किरदार को पर्दे पर उतारते नजर आ रहे हैं।

पेंटिंग करने से लेकर राजनीति में उतरने तक की कहानी को ट्रेलर में दिखाने की कोशिश की गई है। फिल्म में अपने किरदार को हकीकत के ज्यादा से ज्यादा करीब ले जाने के लिए नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने मराठी की अलग से क्लासेज ली थीं। ट्रेलर की शुरुआत उस वक्त के दृश्यों से होती है जब बॉम्बे में अराजकता का माहौल था। बात-बात पर दंगे हो जाया करते थे और पुलिस प्रशासन आताताइयों के जूते की नोंक पर हुआ करता था। ट्रेलर में दिखाया गया है कि किस तरह बाल ठाकरे ने लोगों के बीच जाकर उनकी तकलीफ को समझा और फिर उन दिक्कतों को हल करने का बीड़ा उठाया।

बाल ठाकरे के रूप में नवाज़ का लुक पहले ही बाहर आ चुका है, जिसे काफ़ी पसंद किया गया है। ठाकरे को अभिजीत पणसे ने निर्देशित किया है। फ़िल्म में अमृता राव मीनाताई ठाकरे के किरदार में नज़र आएंगी।