अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मामले में बिचोलिये क्रिश्चियन मिशेल को भारत लाया गया

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकाप्टर सौदा मामले में वांछित ब्रिटिश नागरिक क्रिश्चियन मिशेल को भारत लाया जा चुका है। भारत के लिए यह बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है। मामले में कथित बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल को संयुक्त अरब अमीरात से प्रत्यर्पित करके मंगलवार देर रात भारत लाया गया। सीबीआई ने यह जानकारी दी।

सत्तारूढ़ भजपा ने गांधी परिवार का जिक्र करते हुए कहा कि संप्रग काल के एक मामले में प्रत्यर्पण भारत के लिए कूटनीतिक जीत है और इससे कांग्रेस के प्रथम परिवार के लिए बड़ी मुसीबत पैदा हो सकती है। उंसने कहा कि यह घटना भ्रष्टाचार से लड़ने में नरेंद्र मोदी सरकार की गंभीरता को दर्शाती है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मिशेल को लेकर गल्फस्ट्रीम का एक विमान रात 10. 35 पर इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरा। सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि इस अभियान का कूट नाम यूनीकॉर्न था। इस अभियान को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के दिशानिर्देशों में चलाया गया और इसका समन्वय सीबीआई के अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एजेंसी के संयुक्त निदेशक साई मनोहर के नेतृत्व में अधिकारियों की एक टीम मिशेल को लाने के लिए दुबई गयी थी। एजेंसी ने बताया कि प्रत्यर्पण की प्रक्रिया पूरी करने के बाद मिशेल को भारत वापस लाया गया। दुबई सरकार ने उसे प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दे दी थी। इससे पहले इस कदम के खिलाफ की गई उसकी अपील को वहां की एक अदालत ने ख़ारिज कर दिया था।

सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने यहाँ बताया किहेलीकॉप्टर घोटाले में अगस्ता वेस्टलैंड को ठेका दिलाने और भारतीय अधिकारियों को गैरकानूनी कमीशन या रिश्वत का भुगतान करने के लिए बिचोलिये के तौर पर मिशेल की संलिप्तता 2012 में सामने आयी। उन्होंने बताया कि मिशेल जांच के लिए वांछित था लेकिन वह फरार हो गया और जांच में शामिल होने से बच रहा था। उसके खिलाफ पिछले साल सितंबर में आरोपपत्र दायर किया गया। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली के पटियाला हाउस में सीबीआई मामले के विशेष न्यायाधीश ने 24 सितंबर 2015 की तिथि वाला खुला गैर जमानती गिरफ़्तारी वारंट जारी किया। सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि इस वारंट के आधार पर इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जिससे फरवरी 2017 में उसे दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मिशेल को अदालत में पेश करने से पहले रात में किसी सुरक्षित मकान में रखा रखा गया या सीबीआई मुख्यालय में रखा गया था।