लोकसभा चुनाव: बिहार में भाजपा, जदयू और लोजपा में बनी बात

नई दिल्ली: समाचार ऑनलाइन – अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और जदयू में तालमेल हो गया है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के बयानों से भाजपा नाराज़ चल रही थी, इसलिए उन्हें नज़रंदाज़ करते हुए भाजपा ने  जदयू और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के साथ नया फ़ॉर्मूला तैयार किया है। अब भाजपा और जदयू 17 -17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और लोजपा के लिए 6 सीटे छोड़ी जाएंगी। रालोसपा प्रमुख और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा गत कई दिनों से अमित शाह से मिलना चाह रहे थे, लेकिन शाह ने उन्हें वक़्त नहीं दिया। कुशवाहा के विपक्षी नेता शरद यादव और तेजस्वी यादव से मिलने के बाद राजग में रालोसपा के हिस्से की सीटें आपस में बांट लेने पर सहमति बन गई। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा रालोसपा को 2 सीटें दे रही थी, लेकिन कुशवाहा 3 सीटों की मांग कर रहे थे। जबकी लोजपा के खाते में चार सीटें आनी थीं।

 शाह और नितीश कुमार ने अक्टूबर में साझा प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि भाजपा और जदयू बराबर -बराबर के सीटों पर चुनाव लड़ेंगी और बाकी साथियों को भी सम्मानजनक सीटें दी जाएंगी। हालांकि तब इस संबंध में ज्यादा खुलासा नहीं किया गया था। उपेंद्र कुशवाहा को पहले अमित शाह ने मिलने का वक्त नहीं दिया, इसी कारण नाराज कुशवाह लोकतांत्रिक जनता दल के संरक्षक शरद यादव से मिलने पटना चले गये।

ऐसा माना जा रहा है कि शरद यादव की अगुवाई में कुशवाह महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं। इसी बीच, रालोसपा के दो विधायक जदयू में शामिल हो गए हैं। नितीश कुमार को घेरने में लगे कुशवाह को उन्हीं की पार्टी से अलग हुए सांसद अरुण कुमार का साथ मिला है। सूत्रों के अनुसार शरद यादव के साथ बातचीत मे कुशवाह ने 5 सीटों पर दावा किया है और एक सीट अरुण कुमार के लिए भी मांगी है। हालांकि शरद यादव की समस्या यह है कि राजद प्रमुख लालूप्रसाद यादव उनको मिलने का समय नहीं दे रहे हैं। ऐसे में कुशवाह को शरद यादव का कितना साथ मिलता है, यह देखना दिलचस्प होगा।

बिहार की लोकसभा सीटों पर पार्टियों की मौजूदा स्थिति कुछ इस तरह है।

भाजपा    : 22 सीटें

जदयू      : 02 सीटें

रालोसपा :   03 सीटें

लोजपा   :  06 सीटें