फडणवीस की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में कमांडर दोषी

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हेलीकॉप्टर के उतरते समय पिछले साल हुई एक दुर्घटनाके पीछे जांच करने वाली समिति ने अपनी रिपोर्ट में हेलीकॉप्टर के कमांडर को दोषी बताया है। शीर्ष विमानन जांच इकाई एएआईबी द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति ने मामले की जांच के बाद रिपोर्ट सौंप दी है। महाराष्ट्र के लातुर में 25 मई 2017 को हुई दुर्घटना में हेलीकॉप्टर उतरते समय तारों में उलझ गया था। फडणवीस उस दुर्घटना में बाल-बाल बचे थे।

पिछले साल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस का हेलीकॉप्टर लातूर जिले के निलंगा में तकनीकी खामी के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो था हालांकि मुख्यमंत्री को कुछ भी नहीं हुआ था। दुर्घटना के बाद फडणवीस ने ट्वीट किया था , ‘हमारा हेलिकॉप्टर लातूर में दुर्घटनाग्रस्त हुआ लेकिन मैं और मेरी टीम एकदम सुरक्षित है और ठीक है। चिंता की कोई बात नहीं है.’ डीजीसीए के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह एक दुर्घटना थी और हेलीकॉप्टर को काफी क्षति पहुंची थी। उस समय कई सवाल उठाया गया था हालांकि उस वक़्त कुछ पता नहीं चल पाया था लेकिन खबर के मुताबिक हेलीकॉप्टर के कमांडर को दोषी बताया गया है।

पिछले साल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अलीबाग में पीडब्लूपी पार्टी के विधायक जयंत पाटिल के जन्मदिन समारोह में शरीक होने के बाद मुंबई लौट रहे थे। वे अलीबाग में एक निजी हेलीपैड पर पहुंचे। वे वहां जैसे ही हेलीकॉप्टर के दरवाजे तक पहुंचे उस हेलीकॉप्टर ने अचानक जमीन से कुछ ऊपर तक उड़ान भरी। इसके बाद वह जमीन पर आ टिका। इस आपाधापी में हेलीकॉप्टर का फैन मुख्यमंत्री के बेहद करीब पहुंच गया। हालात को भांपकर सुरक्षा गार्ड ने देवेंद्र फडणवीस को तुरंत दूर धकेला और हादसे से बचाया।

मुख्यमंत्री बनने के बाद पहले गढ़चिरौली, फिर निलंगा और अब अलीबाग, इस तरह तीन घटनाओं में देवेंद्र फडणवीस हादसे में सुरक्षित बचे हैं। इस बात का कोई खुलासा नहीं किया गया था कि मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर में सवार होने से पहले पंखा क्यों शुरू किया गया और क्यों कोई पायलट पैसेंजर के सवार होने के बाद सुरक्षा जांच करने के लिए जमीन पर मौजूद नहीं था।