देश की अर्थव्यवस्था को 2.25 लाख करोड़ रुपये की चपत, PM मोदी मांगें माफी

“पैसा आया तो उसे लुटा दिया गया , बेरोजगार हो गए 4 करोड़ लोग”
नई दिल्ली : समाचार एजेंसी – नोटबंदी के बाद जमा हुए नोटों का आधिकारिक आंकड़ा सामने आने के बाद कांग्रेस ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि ‘तुगलकी फरमान’ के लिए मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए। पार्टी ने यह भी दावा किया कि नोटबंदी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को एक साल में 2.25 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी।
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा, ‘पीएम मोदी ने गरीब जनता के पैसे को अपराध का पैसा और काला धन करार दिया था। क्या कोई अपराधी बैंक में पैसे डालता है? इस फैसले से गरीबों पर तो कुछ नहीं आया, लेकिन कश्मीर में आतंकी हमलों में 2 हजार के लाखों के नोट आतंकियों पर मिले। नेपाल में करोड़ रुपये के नकली नोट पकड़े गए।’
आनंद शर्मा ने कहा कि कैश सर्कुलेशन की बात करें तो नोटबंदी के समय देश में 72 पर्सेंट था और आज 80 प्रतिशत है। दुनिया के हर देश में कैश चलता है। मेरा पीएम से सीधा प्रश्न है कि क्या वह अपनी गलती मानने के लिए तैयार हैं। लेकिन, वह नहीं मानेंगे क्योंकि वह अहंकार और राजहठ में हैं। इससे देश को तकलीफ हुई। देश की जीडीपी 2 पर्सेंट टूट गई। देश की जीडीपी को डेढ़ लाख करोड़ का लॉस हुआ।
‘बेरोजगार हो गए 4 करोड़ लोग’
आनंद शर्मा ने कहा कि इस फैसले से देश की 43 पर्सेंट एमएसएमई बंद हो गईं। लघु उद्योगों में 12 लोग करोड़ काम करते थे। इस तरह 4 करोड़ लोगों की रोजी-रोटी पर चोट पहुंची। तमाम कंपनियां 6 से 8 महीने नहीं खुलीं और बहुत सी कभी नहीं खुलेंगी। उन गरीबों को ही कतार में खड़ा होना पड़ा, जिनके नाम पर नोटबंदी की गई थी। यह तुगलकी फरमान था। देश में 1,34,000 बैंक शाखाएं हैं, गांव 6.5 लाख हैं। 78 पर्सेंट बैंक शाखाएं शहरों में हैं।
‘पैसा आया तो उसे लुटा दिया गया’
शर्मा ने कहा, क्या कारण है कि इतना पैसा आने के बाद देश के बैंकों में पैसा नहीं है। पैसा आया और लुटाया गया। इनके शासनकाल में एनपीए 9 लाख करोड़ हो गया। ये कहते हैं कि भ्रष्टाचार खत्म हुआ है, लेकिन देश के बैंक लुट गए।