गुपकार में दरार… आमने-सामने आए कश्मीरी नेता, ठोंकी डीडीसी चुनाव में ताल

श्रीनगर. ऑनलाइन टीम : 5 अगस्त 2019 को केंद्र की मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा-370 को हटा दिया था। 370 हटने के बाद कश्मीर के सभी राजनीतिक दलों के नेता एक साथ हो गए थे। केंद्र सरकार के इस कदम का विरोध हुआ। 370 हटने से ठीक एक दिन पहले 4 अगस्त 2019 को श्रीनगर के गुपकार रोड पर स्थित फारूक अब्दुल्ला के घर पर बैठक हुई। यहीं से कश्मीर की सियासत में गुपकार ने आकार लेना शुरू किया। गुपकार रोड पर फारूक के आवास पर हुई बैठक की वजह से इसका नाम गुपकार घोषणा पड़ा।   कश्मीर के नेताओं ने मिलकर पीपुल्स अलासंय फॉर डिक्लेरेशन बनाया। इसके बैनर तले बैठकों का दौर शुरू हुआ। 22 अगस्त 2020 को बैठक के बाद 6 राजनीतिक दलों ने गुपकार घोषणा-2 पर दस्तखत किए। इस घोषणा के जरिए जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल-370 और 35-ए की वापसी के लिए मुहिम का संकल्प लिया गया। अब इस बैनर को पीपुल्स अलासंय फॉर डिक्लेरेशन का नाम दिया गया है।

अब इस गुपकार ग्रुप में दरार पड़ती नजर आ रही है। डीडीसी चुनाव (जिला विकास परिषद) में कश्मीर के सियासी दल पीपुल्स अलायंस फॉर डिक्लेरेशन के बैनर तले मैदान में उतर रहे हैं।  जानकारी के अनुसार किश्तवाड़ में पीडीपी और एनसी के नेता आमने-सामने आ गए हैं। एक दल ने पीपुल्स अलासंय फॉर डिक्लेरेशन के बैनर तले अपने उम्मीदवार को उतारा तो दूसरे दल ने उसके खिलाफ अपने उम्मीदवार को खड़ा कर दिया। उसे बतौर आजाद उम्मीदवार (निर्दलीय) मैदान में उतारा गया है, जिसे पार्टी के नेता मदद कर रहे हैं। इसी तरह से कालाकोट के मोगला में भी एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार को उतारा गया है। मेंढर में कांग्रेस के खिलाफ आजाद उम्मीदवार को उतार दिया गया। लोरन, बुफलेजाय, सूरनकोट में दलों ने एक-दूसरे के खिलाफ निर्दलीय कैंडिडेट उतार दिए हैं। पीरी बुधल में कांग्रेस और एनसी एक-दूसरे के सामने अपने अपने उम्मीदवार उतार चुकी है। डांगरी में पीडीपी ने एनसी के उम्मीदवार के खिलाफ अपने आजाद उम्मीदवार को उतार दिया है।

जमीनी स्तर पर पार्टी के नेताओं ने फैसले के खिलाफ अपने-अपने उम्मीदवार के पक्ष में काम करना शुरू कर दिया है।    आरोपों का दौर भी शुरू हो गया है।  अलायंस के चीफ फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला अपने घर पर ही हैं। उनकी तरफ से मंगलवार को कहा गया कि वह किसी कोरोना संदिग्ध के संपर्क में आ गए हैं, इसलिए दस दिनों तक अपने घर में ही रहेंगे।