स्वास्थ्य विभाग के पास श्मशान व दफनभूमि

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – शहर की श्मशान व दफनभूमि के कामकाज की जिम्मेदारी मनपा के चिकित्सा विभाग से वापस लेकर स्वास्थ्य विभाग को सौंपी गई है। मनपा आयुक्त श्रवण हर्डिकर द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार अब श्मशान व दफनभूमि के कामकाज पर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। के। अनिल रॉय का नियंत्रण रहेगा।

पिंपरी-चिंचवड़ मनपा क्षेत्र में 42 श्मशान व दफनभूमि हैं। उनमें लिंगायत समाज की एक, मुस्लिम समाज की तथा क्रिश्चन समाज की एक दफनभूमि शामिल है। इन पांचों दफनभूमि के कामकाज संबंधित धर्मों की संस्थाओं के माध्यम से कराए जाते हैं, मगर इनकी जिम्मेदारी मनपा के स्वास्थ्य विभाग को दी गई थी। 27 फरवरी 2019 को यह जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग से वापस लेकर चिकित्सा विभाग को सौंपी गई थी। उसके बाद यह जिम्मेदारी पुन: स्वास्थ्य विभाग को दी गई है। चिकित्सा विभाग के लिए शहर की श्मशानभूमि एवं दफनभूमि का पर्यवेक्षकीय नियंत्रण संभव नहीं है।

श्मशान व दफनभूमि के कामकाज को लेकर की जाने वाली शिकायतों में से अधिकांश सुरक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग से संबंधित होती हैं। इसके चलते श्मशानभूमि की पूर्ण जिम्मेदारी चिकित्सा विभाग के स्थान पर स्वास्थ्य विभाग को सौंपे जाने का निर्णय लिया गया। इसके लिए बजट में भी अलग से व्यवस्था की गई है। कामकाज पारदर्शी, गतिमान व सूत्रबद्ध तरीके से हों तथा निर्णय प्रक्रिया सुलभ एवं गतिमान हो सके इस दृष्टि से यह जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग को हस्तांतरित की गई है। साथ ही श्मशान एवं दफनभूमि के कामकाज हेतु स्वास्थ्य विभाग, सुरक्षा विभाग व उद्यान विभाग के लिए बजट में किए गए प्रावधान को भी स्वास्थ्य विभाग को ट्रांसफर किए जाने का आदेश भी दिया गया है। अब इन सभी कार्यों पर स्वास्थ्य अधिकारी का नियंत्रण रहेगा।

स्वास्थ्य विभाग को ये कार्य करने होंगे
* श्मशानभूमि में सुरक्षा व स्वच्छता हेतु एजेंसी की नियुक्ति
* श्मशान व दफनभूमि के कामकाज पर पर्यवेक्षकीय नियंत्रण
* श्मशानभूमि के बिजली व कंस्ट्रक्शन विभाग के कामकाज की जिम्मेदारी का निर्धारण