रावेत में श्मशान भूमि का जोरदार विरोध जारी

महापौर ने दौरा कर लोगों से की चर्चा
रावेत : समाचार ऑनलाइन – महापौर राहुल जाधव इन दिनों शहर के श्मशान भूमि और दशक्रिया घाटों का दौरा कर रहे हैं। इसके मद्देनजर महापौर ने रावेत स्थित नये बन रहे प्राधिकरण के सेक्टर 32 के श्मशानभूमि के निर्माण कार्य का दौरान किया। इस दौरान महापौर को स्थानीय लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा।  इस विरोध पर महापौर राहुल जाधव ने कहा कि नागरिकों का विरोध स्वाभाविक है, लेकिन यहां का विकास करते समय निश्चित रूप से नागरिकों के हितों के हिसाब से निर्णय लिया जाएगा। श्मशान भूमि समीक्षा दौरा के तहत रावेत में नये बन रहे श्मशानभूमि की मनपा अधिकारियों के साथ दौरा किया। इस दौरान परिसर की सैकड़ों महिलाओं और नागरिकों ने श्मशान भूमि नहीं बनाने की मांग करते हुए श्मशान भूमि के निर्माण कार्य का विरोध किया। महापौर के साथ नागरिकों ने इस पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान नगरसेविका संगीता भोंडवे व प्रज्ञा खानोलकर उपस्थित थे।

रावेत क्षेत्र में कई सोसायटियां डेवलप हुई हैं, लेकिन इन सोसायटियों के बनने से पहले रावेत, प्राधिकरण, शिंदे बस्ती, वाल्हेकरवाड़ी आदि क्षेत्रों के नागरिकों ने इस क्षेत्र में श्मशान भूमि बनाने की मांग की थी। यहां के नागरिकों ने रावेत स्थित पंपिंग स्टेशन, निगड़ी या चिंचवड़ के श्मशान में अंतिम संस्कार के लिए जाने लगे। पिंपरी-चिंचवड़ नवनगर विकास प्राधिकरण की सीमा से सटे पेठ क्रमांक 32 ङ्गअफ में जाधव घाट के पास आरक्षित भूखंड पर अत्याधुनिक गैस शवदाहिनी के साथ श्मशान भूमि बनाई जा रही है, लेकिन अब यहां की सोसायटियों में रहने वाले लोग इस श्मशान का विरोध कर रहे हैं। उनके अनुसार यह श्मशान भूमि घातक है। पवनी प्राइड सोसायटी के अध्यक्ष सुनील सावंत ने कहा कि श्मशान भूमि को लेकर पहले कोई जानकारी नहीं दी गई। हमने यहां लाखों रुपए खर्च कर घर खरीदा है। श्मशान भूमि का हम विरोध करते हैं। किसी भी स्थिति में यहां श्मशान भूमि नहीं बनने देंगे।

उचित निर्णय लिया जाएगा : महापौर जाधव

मनपा के जरिए रावेत परिसर के लिए अत्याधुनिक पर्यावरणपूरक श्मशान भूमि और गार्डन बनेगा। नागरिकों की दृष्टि से श्मशानभूमि को लेकर उचित निर्णय लिया जाएगा।

श्मशान भूमि के काम की शुरुआत : सीईओ सतीशकुमार खडके

1995 के डेवलपमेंट प्लान के मुताबिक श्मशान भूमि के लिए भूखंड आरक्षित है। इसे सरकार ने मंजूरी दे दी है। यह काम मनपा ने दिया है। 3 करोड़ रुपए मनपा के द्वारा ट्रांसफर किए गए हैं। प्रत्यक्ष रूप से काम की शुरुआत हो गई है। समय पर काम पूरा होगा। मनपा ने श्मशान भूमि के चारों तरफ ऊंची सुरक्षा दीवार बनाने का निर्देश दिया है।

तीन हजार नागरिक कर रहे विरोध

इस श्मशान भूमि में वायु प्रदूषण नियंत्रण सिस्टम लगाया जाएगा। इन कार्यों की जिम्मेदारी मनपा के पास होगी। इन कार्यों पर प्राधिकरण खर्च करेगी। डेढ़ वर्षों में यह काम पूरा होगा। श्मशान भूमि इस क्षेत्र के नागरिकों की सुविधा के लिए होगी। इस श्मशान भूमि के पास के ला-कसीटा, पवनी प्राइड, हार्मोनी, धु्रव सिद्धि, रॉयल विजन, ब्लूमिंग डील, रिद्धि सिद्धि सोसायटी के करीब 3 हजार लोग इसका विरोध कर रहे हैं।