दलाई लामा की दो टूक नसीहत- भारत से युद्ध नहीं जीत सकता पाकिस्तान, बेहतर होगा सौहार्दपूर्ण रिश्ते रखें

नई दिल्ली : समाचार एजेंसी – जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाये जाने के बाद से ही भारत-पाकिस्तान के रिश्ते में एक अलग तरह की तल्खी देखी जा रही है। पाकिस्तान लगातार जुबानी बादशाहत दिखाकर भारत को डराने की कोशिश कर रहा है। लेकिन उसे भी अच्छी तरह मालूम है कि उसकी यह धमकी महज शब्दों के जाल के सिवा कुछ नहीं है। अब इस मामले में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने पाकिस्तान की इमरान खान सरकार को मौजूदा हालत को लेकर एक अच्छी नसीहत दी है। कश्मीर में पाकिस्तान की बौखलाहट पर दलाई लामा ने कहा कि पाकिस्तान भारत से कभी जीत नहीं सकता है। उन्होंने कहा, पाकिस्तान की हालत खस्ता है। इमरान खान भाषण में भले ही जोश दिखा रहे हो, लेकिन सच्चाई से वह भी वाकिफ है। इमरान खान जानते हैं कि अगर जंग हूई तो पाकिस्तान भारत को हरा नहीं सकता है। ऐसे में बेहतर होगा कि पाकिस्तान भारत से सौहार्दपूर्ण संबंध ही बनाए रखें।
भारत-पाकिस्तान का बंटवारा गलत फैसला था
उन्होंने एक समाचार पत्र को दिए इंटरव्यू में जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन का पुरजोर समर्थन किया, लेकिन उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बंटवारे को पूरी तरह से गलत बताया। उन्होंने कहा, भारत सरकार के लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के रूप में दो केंद्र शासित राज्य बनाने का फैसला सही है या नहीं, यह जटिल सवाल है। लेकिन भारत-पाकिस्तान का बंटवारा गलत हुआ, महात्मा गांधी भी इसके खिलाफ थे।
ज्यादा मुसलमान भारत में
उन्होंने कहा कि 1947 में भी पाकिस्तान के हिस्से में गए राज्यों से ज्यादा मुसलमान भारत में थे। पाक के कब्जे वाला कश्मीर भारत के कश्मीर से बहुत कम विकसित है।
नेहरू से मोदी तक जुड़ी यादें
दलाई लामा ने पहले पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकिन अभी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ी यादें साझा की। उन्होंने बताया कि नेहरू से पहली बार 1954 में चीनी पीएम द्वारा आयोजित लंच में मिले थे। नेहरू जी की वजह से वह भारत के मेहमान है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी बुद्धिमान पीएम थे। उन्होंने नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की।