भगौड़े नगरसेवकों की गैरमौजूदगी से क्रीड़ा समिति की बैठक स्थगित

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

मारपीट और आत्महत्या के लिए उकसाने को लेकर दर्ज आपराधिक मामलों में भगौड़े दो नगरसेवकों की गैरमौजूदगी के चलते शुक्रवार को पिंपरी चिंचवड़ मनपा की क्रीड़ा समिति की बैठक स्थगित करने की नौबत सत्तादल भाजपा पर आई। इन भगौड़े नगरसेवको में खुद क्रीड़ा, कला, साहित्य व सांस्कृतिक समिति के सभापति संजय नेवाले भी शामिल है। उनपर एक दुकानदार के साथ मारपीट करने और तोड़फोड़ का मामला दर्ज है। वहीं समिति की सदस्य रही भाजपा की ही दूसरी नगरसेविका सुजाता पलांडे के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज है।

सत्ता परिवर्तन के बाद अब तक पिंपरी चिंचवड़ मनपा की सत्ताधारी भाजपा के पांच नगरसेवको के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं। अब तक के सभी आरोपी नगरसेवक पुलिस रिकार्ड पर तो हमेशा से फरार रहे मगर मनपा की सर्व साधारण सभा से लेकर अन्य सभा और बैठकों में बराबर उपस्थित रहे। इस पृष्ठभूमि पर क्रीड़ा समिति के सभापति संजय नेवाले और सदस्या सुजाता पालांडे आज समिति की बैठक में उपस्थित रहेंगें या नहीं? इसकी उत्सुकता थी। बैठक में ये दोनों भी उपस्थित नहीं रहे। नतीजन बिना कोई ठोस कारण दिए क्रीडा समिति की बैठक स्थगित कर दी गई।

ज्ञात हो कि, नेवाले के खिलाफ निगड़ी पुलिस में चिखली के एक दुकानदार से मारपीट और तोड़फोड़ करने को लेकर मामला दर्ज किया गया है। वहीं संत तुकाराम नगर में अवैध हॉकर्स के खिलाफ चली मुहिम के दौरान एक हॉकर द्वारा खुदकुशी कर ली गई। उसने अपने सुसाइड नोट में नगरसेविका सुजाता पालांडे को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था। इसके अनुसार उनके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने को लेकर पिंपरी पुलिस ने मामला दर्ज किया गया है। सत्तादल भाजपा के ये दोनों भी नगरसेवक पुलिस रिकार्ड में फरार चल रहे हैं। सत्तादल के नगरसेवको के खिलाफ लगातार दर्ज हो रहे आपराधिक मामलों से भाजपा का सिरदर्द बढ़ गया है।