परेशान करने वाली खबर…देश में पहुंचा कोरोना का नया स्ट्रेन, 6 मरीज भारत में भी मिले

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : भारत के लिए यह परेशान करने वाली खबर है। ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन  से पीड़ित 6 लोग यहां भी मिले हैं। ये सभी लोग ब्रिटेन से ही लौटे थे। सभी पीड़ितों को फिलहाल आइसोलेशन में रखा गया है।

यह इसलिए परेशान करने वाली खबर है कि भारत में जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा कम है। साथ ही यहां पर संक्रमित मरीजों की संख्या भी ज्यादा है। अगर कोरोना के नए स्ट्रेन को अनुकूल परिस्थितियां मिलती हैं तो ये भारी तबाही मचा सकता है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस का जो नया स्ट्रेन मिला है, उसका नाम है B।1।1।7। वैज्ञानिकों को शुरुआती जांच में यह पता चला कि म्यूटेशन से बना B।1।1।7 स्ट्रेन अत्यधिक संक्रामक है, लेकिन खतरनाक कम है। इसका मतलब ये नहीं कि यह किसी की जान नहीं ले सकता, लेकिन उसमें समय लग सकता है। भारत में इस समय 1।02 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हैं। 1।47 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है कोरोनावायरस। अब अगर ब्रिटेन या नाइजीरिया में मिले कोरोना के दो अलग-अलग स्ट्रेन भारत पहुंचते हैं तो नतीजे क्या होंगे, ये बता पाना अभी मुश्किल है लेकिन ये बात तो कई देश मान चुके हैं कि दोनों देशों में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन ज्यादा संक्रामक हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बेंगलुरु के NIMHANS में ब्रिटेन से लौटे तीन लोगों का सैंपल टेस्ट किया गया था जिसमें ये नया स्ट्रेन मिला है। इसके अलावा दो लोगों का सैंपल सेंटर फॉर सैल्यूलर ऐंड मोलोकूलर बायोलॉजी, हैदराबाद में पॉजिटिव पाया गया। एक अन्य शख्स का सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे में जांच की गई थी, जहां शख्स कोरोना के नए स्ट्रेन से पीड़ित पाया गया है। मंत्रालय ने बताया कि सभी अगल-अलग आइसोलेशन में रखा गया है।

ब्रिटेन से आए जिन 6 लोगों में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है, उनका इलाज किया जा रहा है। इसके साथ ही उनके संपर्क में आए लोगों को क्वारनटीन किया गया है। वहीं दिशा-निर्देशों के मुताबिक सह-यात्रियों, पारिवारिक लोगों और अन्य लोगों के लिए व्यापक कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग भी शुरू किया गया है। इसके अलावा अन्य सैंपल का जीनोम स्किवेंसिंग किया जा रहा है।

दरअसल, 25 नवंबर से 23 दिसंबर तक यूके से करीब 33 हजार लोग भारत आए थे। इन सभी लोगों को ट्रैक किया गया और उनका टेस्ट करवाया गया। इसमें से कुल 114 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले थे। जिसके बाद इनके सैंपल का जीनोम स्किवेंसिंग किया गया था। इन्हें देश में 10 लैब (एनआईबीएमजी कोलकाता, आईएलएस भुवनेश्वर, एनआईवी पुणे, सीसीएस पुणे, सीसीएफडी हैदराबाद, सीडीएफडी हैदराबाद, इनामो बेंगलुरु, निमहंस बेंगलुरु, आईजीआईबी दिल्ली, एनसीडीसी दिल्ली) में भेजा गया, जहां इनकी जांच हुई।

बता दें कि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की सबसे पहले ब्रिटेन में पुष्टि हुई थी। इसके बाद अब तक यह कई देशों में फैल चुका है। कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के मामले ब्रिटेन के अलावा अब भारत, स्पेन, स्वीडन, स्विटजरलैंड, फ्रांस, डेनमार्क, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड्स, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान, लेबनान, सिंगापुर और नाइजीरिया में भी सामने आ चुके हैं। वहीं दक्षिण अफ्रीका में भी कोरोना वायरस का एक नया स्ट्रेन मिला है। यह ब्रिटेन के नए स्ट्रेन से अलग है।