पतंग के मांझे में उलझकर डॉक्टर की मौत 

बेलगांव | समाचार ऑनलाइन – पतंग के मांझे से कटकर कर्नाटक के बेलगांव में एक डॉक्टर की मौत हो गई। मालूम हो कि पतंगबाजी के लिए चीनी मांझा बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, कोर्ट ने कई जगह इस मांझे की बिक्री पर रोक लगाई हुई है, इसके बावजूद इसका इस्तेमाल हो रहा है। महाराष्ट्र के पुणे में भी कई लोग चीनी मांझे का शिकार बन चुके हैं।

मृतक डॉक्टर का नाम दीपक थोकचोम (23) है। दीपक मूल रूप से मणिपुर के निवासी थे, लेकिन मेडिकल की पढ़ाई के लिए बेलगांव में रह रहे थे। गुरुवार को दीपक अपनी बाइक से काकती से बेलगांव से जा रहे थे।  इसी दौरान वह पतंग के मांझे में उलझकर गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए बेलगांव के केएलई अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां ऑपरेशन के बाद उन्हें बेलगांव से बेंगलुरु के एक बड़े अस्पताल में रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

गौरतलब है कि पतंग के मांझे के चलते हर साल सैंकड़ों पक्षियों की मौत होती है। मांजे को धारदार बनाने के लिए कई तरह के धातुओं और कैमिकल आदि का प्रयोग किया जाता है, जो पक्षियों के साथ-साथ इंसानों के लिए भी जानलेवा साबित हो रहा है।