अभी डीपीआर बना नहीं, 150 करोड़ के टेंडर भी जारी

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – गुजरात अहमदाबाद में साबरमती नदी पर शहर में पावना, इंद्रायणी नदी सुधार परियोजना को लागू करने की योजना बना रहा है। हालांकि, परियोजना के सलाहकार द्वारा पौने चार करोड़ रुपए की लागत से इस परियोजना के डीपीआर (डिटेल्स प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने का काम अधर में लटका हुआ है। पिछले डेढ़ साल से इसका काम चल रहा है, जो अब तक पूरा नहीं हो सका है। इसके बावजूद पिंपरी चिंचवड मनपा द्वारा करीब 150 करोड़ के टेंडर जारी किए गए हैं। टेंडर को लेकर की जा रही जल्दबाजी से यह परियोजना संदेह के दायरे में आती जा रही है।
पिंपरी चिंचवड़ शहर से बहने वाली पवना और इंद्रायणी नदी सुधार परियोजना की डीपीआर की जा रही है। यह काम अहमदाबाद की एचसीपी डिजाइन, प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्रा. लि. नामक कंपनी को दिया गया है। इस कंपनी ने पवना और इन्द्रायणी नदी बेसिन का सर्वेक्षण किया है। इसकी रूपरेखा और नक्शे भी बनाए। तदनुसार, नदी के बेसिन में मिश्रित होनेवाले मैला पानी, निर्माणकार्यों का मलबा, ठोस कचरा आदि का अध्ययन किया गया था। इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट जनवरी 2019 में नगरसेवकों को प्रस्तुत की गई थी, जिस पर नगरसेवकों ने सुझाव भी दिए थे।
प्रारंभिक रिपोर्ट पेश करते वक़्त यह कहा गया था कि कुछ दिनों में नदी सुधार योजना का अंतिम डीपीआर प्रस्तुत किया जाएगा। हालाँकि, डेढ़ साल से इसका काम शुरु रहने के बाद भी उसका काम अब तक पूरा नहीं हुआ है। इसके बावजूद मनपा प्रशासन द्वारा दोनों नदियों के सुधार लिए लगभग 150 करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया गया है। नतीजन, अंतिम डीपीआर के बिना, नदी सुधार परियोजना के अधर में लटकने के आसार नजर आ रहे हैं। इस बारे में मनपा के सह शहर अभियंता मकरंद निकम ने कहा कि, नदी सुधार परियोजना पर डीपीआर का काम चल रहा है। इसमें देरी हुई है क्योंकि इसमें नदियों के हाइड्रोलिक मॉडलिंग का काम शामिल नहीं किया गया था। यह डीपीआर अगले छह महीनों में पूरी हो जाएगी।