एनसीपी के डॉ. अमोल कोल्हे ने शिरूर में लिख दिया परिर्वतन का गीत,

पुणे : समाचार ऑनलाईन – करीब 15 वर्षों से शिरूर लोकसभा सीट पर शिवसेना का फगवा फहरा रहे शिवाजीराव आढलराव पाटिल को शिवसेना से राष्ट्रवादी कांग्रेस में आए स्वराज रक्षक संभाजी सीरियल के एक्टर डॉ. अमोल कोल्हे ने पराजित कर दिया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस के लिए बेहद प्रतिष्ठित सीट मानी जा रही  इस चुनाव में डॉ .कोल्हे पहले राउंड से ही आगे चल रहे थे और अंत में जीत मिलने तक वह इस बढ़त को बनाए रखे। इस चुनाव में डॉ. अमोल कोल्हे ने भारी मतो से शिवाजीराव आढलराव पाटिल को पराजित कर दिया।

म्हालुंगे-बालेवाड़ी में शिवछत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में गुरुवार सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू हुई। डॉ. अमोल कोल्हे पहले चरण से ही आगे चल रहे थे। दस राउंड की काउंटिग में आढलराव पाटिल को 600 अधिक वोट मिले थे। लेकिन यह बढ़त डॉ. अमोल कोल्हे को रोकने में कामयाब नहीं हो पाए। 11वें राउंड से अंतिम राउंड तक डॉ. अमोल कोल्हे बढ़त बनाए रहे। डॉ. अमोल कोल्हे की जीत तय होते ही राष्ट्रवादी कांग्रेस के गढ़ में खुशी की लहर दौड़ गई। दोपहर 4 बजे डॉ. अमोल कोल्हे काउंटिंग सेंटर पहुंचे। राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भंडारा कर इस खुशी का जश्न मनाया।

शिरूर लोकसभा क्षेत्र में जुन्नर, आंबेगांव, खेड़-आलंदी, शिरूर, भोसरी, हड़पसर छह विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इनमें से भोसरी और हड़पसर दो शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से भी डॉ. अमोल कोल्हे को भारी संख्या में वोट पड़े हैं।पहले खेड़ और मौजूदा समय में शिरूर लोकसभा क्षेत्र के आंबेगांव व जुन्नर को छोड़कर चारों निर्वाचन क्षेत्र में महायुति के विधायक थे। जबकि जुन्नर से मनसे के पूर्व विधायक शरद सोनवणे शिवसेना में शामिल हुए। इससे यहां शिवसेना की ताकत बढ़ गई। पिछला तीन लोकसभा चुनाव जीत चुके शिवाजीराव आढ़लराव पाटिल को हराने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस ने चुनाव से पूर्व शिवसेना संपर्क प्रमुख पद पर काम कर रहे डॉ. अमोल कोल्हे को अपने पार्टी में शामिल कर उन्हें शिरूर से अपना उम्मीदवार बना दिया। डॉ. कोल्हे को उम्मीदवारी मिलने के बाद आढलराव पाटिल ने जाति का कार्ड खेलते हुए मराठा और माली का मुद्दा गर्माया।

डॉ. अमोल कोल्हे बहुचर्चित स्वराज रक्षक संभाजी सीरियल में संभाजी महाराज के जीवन का हर रंग दर्शक तक पहुंचाने की वजह से वह घर-घर में परिचित है। खासकर युवा व महिला वर्ग में डॉ. अमोल कोल्हे का क्रेज है। दूसरी तरफ खेड़ में प्रस्तावित एयरपोर्ट पुरंदर तहसील ले जाने से खेड़, आंबेगांव परिसर के नागरिकों के विकास का सपना टूट गया। सत्ता में होने के बावजूद इसे रोकने के लिए आढलराव पाटिल ने कोई खास प्रयास नहीं किया। इसकी नाराजगी लोगों में थी। जनता ने अपना यह गुस्सा वोट के जरिये व्यक्त किया। आगामी विधानसभा चुनाव के नजरिये से राष्ट्रवादी कांग्रेस के लिए यह जीत काफी महत्वपूर्ण है। इस जीत का प्रतिबिंब विधानसभा चुनाव में पड़ने का विश्वास राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने व्यक्त किया है।

इस जीत पर डॉ. अमोल कोल्हे ने कहा कि मेरी जीत का श्रेय राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार और सीनियर नेताओं, कार्यकर्ताओं, पार्टी के पदाधिकारियों को जाता है। चुनाव के दौरान निर्वाचन क्षेत्र में माली और मराठा विवाद पैदा किया गया था। लेकिन जनता समझदार है। उसने समझदारी से वोट किया। छत्रपति संभाजी महाराज पर बने सीरियल में रोल करना अगर मैं अपना कर्तव्य समझता हूं तो मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं को दिए गए शब्दों के मुताबिक इस क्षेत्र में समय दूंगा।