अंधविश्वास के चलते हर रोज़ 340 किमी का सफ़र तय करते हैं मंत्री महोदय

बेंगलुरु: अंधविश्वास आदमी से क्या-क्या नहीं करा लेता। कर्नाटक के लोक निर्माण विभाग मंत्री एचडी रेवन्ना अंधविश्वास के चक्कर में हर रोज़ 340 किलोमीटर का सफ़र तय करते हैं। दरअसल, रेवन्ना जिस बंगले को अपने लिए भाग्यशाली मानते हैं वह खाली नहीं है। इसलिए वह राजधानी बेंगलुरु से लगभग 170 किमी दूर होलनरसीपुरा स्थित अपने घर से रोजाना आना-जाना करते हैं। इस तरह उनकी प्रतिदिन की यात्रा 340 किलोमीटर हो जाती है।

रेवन्ना बेंगलुरु के कुमारकृपा पार्क ईस्ट स्थित गांधी भवन के पास बने खूबसूरत बंगले में रहना चाहते हैं, लेकिन फ़िलहाल यह बंगला कांग्रेस नेता एचसी महादेवप्पा के पास है। उनका मानना है कि उनके राजनीतिक करियर के लिए यह बंगला एकदम सही है। चूंकि अभी उन्हें यह बंगला अलॉट नहीं हुआ है, इसलिए वह हर दिन होलनरसीपुरा जिले में बने घर से निकलकर विधानसभा पहुंचते हैं। दिनभर का काम और बैठकें निपटाने के बाद रात करीब 8:30 बजे वह फिर 170 किलोमीटर की दूरी तय कर रात करीब 11 बजे घर पहुंचते हैं।

सिद्धारमैया के लिए भी लकी
रेवन्ना वास्तुशास्त्र में काफी विश्वास रखते हैं। शिवानंद सर्कल के इस बंगले में वह 2004-2007 में रह चुके हैं। आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी इस बंगले में तब रहे थे, जब वह नेता प्रतिपक्ष थे। वह भी इस बंगले को लकी मानते थे, क्योंकि इसमें रहते हुए वह मुख्यमंत्री बने थे।

पूछे बिना कोई काम नहीं
रेवन्ना कोई भी काम ज्योतिषी से पूछे बगैर नहीं करते। वह होलनरसीपुरा भी ज्योतिषी के कहने पर ही गए थे। ख़बरों की मानें तो एचडी कुमारस्वामी के शपथग्रहण, कैबिनेट विस्तार, विधानसभा सत्र और बजट का दिन और समय भी उन्होंने तय किया था। कुमारस्वामी उन्हीं के कहने पर शपथग्रहण के लिए नंगे पैर पहुंचे थे। यहां तक कि सदन के दूसरे सदस्य भी सरकार की स्थिरता के लिए रेवन्ना से समय पूछकर ही कोई काम करने की सलाह देने लगे हैं।

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कई मंदिरों के दर्शन
करीबी बताते हैं कि जनता दल (सेक्युलर) के मुख्यालय के निर्माण के दौरान उन्होंने सीढ़ियों के वास्तु के अनुसार न बनने पर उन्हें गिरा दिया था। रेवन्ना जब भी बेंगलुरु में होते हैं, सुबह 10 बजे से पहले कम से कम 6 मंदिरों में दर्शन करते हैं। एचडी देवगौड़ा के बीमार पड़ने पर वह इन मंदिरों से प्रसाद, भभूत और टीका लाकर देते हैं।