अहमदाबाद, 3 दिसंबर
दुनिया की सबसे ऊंची स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी के टिकट से जमा हुए पैसे संबंधित विभाग में समय पर जमा नहीं होने की चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यह रकम 5. 24 करोड़ रुपए है। इस मामले में केस दर्ज होने की जानकारी बुधवार को मैनेजमेंट दवारा दी गई। इस मामले में फ़िलहाल किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है।
अक्टूबर 2018 में नर्मदा जिले में सरदार वल्लभभाई पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची पुतला बनाया गया था। देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर के पर्यटकों के लिए स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी आकर्षण का केंद्र बिंदु रहा है। पिछले साल भर में यहां हज़ारों लोग आकर जा चुके है। पिछले डेढ़ साल में इस पर्यटक स्थल से 5,24,77,375 रुपए का फंड जमा हुआ है। यह फंड स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी के खाते में जमा करने का ठेका बरोदा के एक प्राइवेट बैंक को दिया गया था।
पुलिस उपाधीक्षक वाणी दूधत से मिली जानकारी के अनुसार पैसा जमा करने वाली कंपनी और कुछ कर्मचारियों ने ये पैसे खाते में समय पर जमा नहीं किया। लेकिन बुधवार को स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी प्राधिकरण ने अपने खाते में 5. 24 करोड़रुपए जमा होने की बात बताई है। इस मामले में मैनेजमेंट के एक अधिकारी ने बताया कि स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी इस मामले में शामिल नहीं है। यह मामला बैंक और पैसे इकठ्ठा करने वाले कंपनी के बीच की है। लेकिन अब बैंक ने हमारा पैसा जमा कर दिया है।
बैंक के सीनियर अधिकारी दवारा दर्ज कराये गए एफआईआर के अनुसार 2003 से संबंधित कंपनी बैंक के लिए पैसे इकट्ठा करने का काम करती रही है. इसके अनुसार इसी कंपनी को स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी के टिकट से जमा हुए पैसे इकट्ठा करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
कंपनी की तरफ से स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी के दो खातों में पैसे जमा करने की जरुरत थी। लेकिन पहले के ऑडिट में मिली रकम और जमा हुए पैसे में मेल नहीं खा रहा था। जांच के बाद 5. 24 करोड़ रुपए जमा नहीं होने की जानकारी सामने आई। इसलिए प्राइवेट बैंक के मैनेजमेंट ने सोमवार को केवडिया पुलिस स्टेशन में रकम जमा करने वाली संस्था और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।