दिल्ली कराची-लाहौर नहीं, पानी, सड़क बंद करना सही नहीं, आंदोलनकारी किसानों से अपील 

 

चंडीगढ़, 3 दिसंबर 

दिल्ली की सीमा पर जारी किसानों के आंदोलन की वजह से राजधानी दिल्ली में बिकट स्थिति पैदा हो गई है। इस बीच हरियाणा सरकार ने आंदोलनकारी किसानों से अपील की है।  आंदोलनकारी किसान आंदोलन रोककर बीच का का रास्ता अपनाये।  इससे दिल्ली के लोगों को परेशानी नहीं होगी।  किसान बुद्धि-विवेक से काम ले। यह अपील हरियाणा के कृषि मंत्री जे पी दलाल ने की है।
उन्होंने कहा कि मैं सभी किसान भाइयों से कहना चाहता हूं कि वह अपने सद्बुद्धि से विचार करे।  चर्चा करे।  दिल्ली की पानी सप्लाई नहीं रोके।  दिल्ली का सड़क बंद नहीं करे।  दिल्ली को घेर कर नहीं बैठे।  ऐसा करना सही नहीं है।  यह लाहौर-कराची नहीं है. यह देश की राजधानी है।

इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से अपील की है।  उन्होंने कहा कि यह कानून किसानों के हित में है।  लंबे समय के बाद इसमें सुधार किया जाएगा।  लेकिन हम इससे जुडी चिंताओं को लेकर चर्चा करने को तैयार है।  हम कल किसान नेताओं से बात करेंगे।  और कैसे इसका रास्ता निकलेगा इसकी पड़ताल की जाएगी।

इस बीच  दिल्ली की सीमा पर आंदोलनकर्ता किसानों को अब ट्रक ऑपरेटर्स का साथ मिलने के संकेत मिलने लगे है।  ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन देने के लिए 8 दिसंबर से हड़ताल की घोषणा की है।
सरकार के साथ चर्चा का दौर जारी होने के बावजूद किसानों का आंदोलन जारी है।  चिल्ला बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मसले पर चर्चा करने की इच्छा जाहिर की है।   बुधवार को किसान और सरकार के बीच हुई बातचीत बेनतीजा रही।

एआईएमटीसी गुड्स वेेईकल ऑपरेटर्स प्रतिनिधत्व करती है।  इसके तहत करीब दस मिलियन यानी 1 करोड़ ट्रकर्स आते है।  देश का सामान एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने में इनका बड़ा योगदान होता है।   एआईएमटीसी ने चेतावनी दी है कि किसानों की मांग पूरी नहीं हुई तो 8 दिसंबर से हड़ताल किया जाएगा।