समान जलापूर्ति योजना भी अधर में; ठेकेदार कंपनी को एक करोड़ का जुर्माना

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन

पवना पाइपलाइन के समान पिंपरी चिंचवड़ शहरवासियों के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही 24 घन्टे जलापूर्ति परियोजना भी खटाई में पड़ती नजर आ रही है। योजना के प्राथमिक चरण में शहर के 40 फीसदी हिस्से में यह योजना लागू करने की कार्यवाही शुरू है। निर्धारित मियाद पूरी होने को है मगर पहले चरण का काम 30 फीसदी तक ही पूरा हो सका है। इस पर सख्त भूमिका अपनाते हुए मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर ने संबंधित ठेकेदार कंपनी से जुर्माना वसूलने के आदेश दिए हैं। अब तक के विलंब के लिए कंपनी को एक करोड़ का जुर्माना लगाया गया है उसमें से 50 लाख रुपए वसूले गए हैं।

शहर की बढ़ती आबादी के मद्देनजर मनपा ने जेएनएनयूआरएम अभियान के तहत 24 घन्टे जलापूर्ति की योजना चलाई जा रही है। इसके पहले चरण में शहर के 40 फीसदी हिस्से को शामिल किया गया। इसमें दिघी, भोसरी गांवठाण, मोशी, जय गणेश साम्राज्य, स्पाईन रोड, संभाजीनगर, शाहूनगर, निगडी, यमुनानगर, प्राधिकरण, चिंचवड, केशवनगर, प्रेमलोक पार्क, थेरगाव, दत्तनगर, सांगवी के कुछ इलाकों का समावेश है। 2016 से शुरू इस योजना का काम अब तक पूरा नहीं हो सका है। 207 करोड़ के लागतवाली इस योजना का काम 2 सालों में पूरा किया जाना था। 18 जून को इसकी मियाद खत्म हो गई है।

इस पर सख्ती की भूमिका अपनाते हुए मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर ने संबंधित ठेकेदार कंपनी से विलंब के लिए जुर्माना वसूलने के आदेश दिए हैं। अब तक उसे एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है, जिसमे से 50 लाख रुपए उसके बिल में से वसूल किया जा चुका है। बचे हुए 50 लाख भी बिल से वसूले जाएंगे। यह योजना जल्द से जल्द पूरा हो, इसके लिए खुद निगरानी रखे हुए रहने की जानकारी भी मनपा आयुक्त ने दी। बहरहाल दो सालों में मात्र 30 फीसदी तक ही पूरा हो सकने से शहरवासियों के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही यह योजना सवालों के घेरे में आ गई है। इससे पहले पवना बांध से पाइपलाइन के जरिए शहर में सीधे पानी लाने की योजना भी अधर में लटकी है।