नगरसेवक तुषार कामठे पर फिर मंडराया खतरा

पिंपरी : पुणे समाचार ऑनलाईन – जाति प्रमाणपत्र की वैधता पर सवाल उठने से ‘डेंजर जोन’ में रहे पिंपरी चिंचवड मनपा में सत्तादल भाजपा के नगरसेवक तुषार कामठे पर फिर से खतरे की तलवार लटकने लगी है। हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई में कामठे के जाति प्रमाणपत्र की तीन माह के भीतर पुनः जांच करने के आदेश दिया है। इसकी जानकारी पिंपरी चिंचवड शहर कॉंग्रेस के अध्यक्ष सचिन साठे, जिन्होंने कामठे के जाति प्रमाणपत्र पर आपत्ति जताई है, ने एक विज्ञप्ति के जरिए दी है।

तुषार कामठे ने पिंपरी चिंचवड मनपा चुनाव २०१७ में भाजपा की टिकट से पिंपले निलख प्रभाग की ओबीसी प्रवर्ग की आरक्षित सीट से चुनाव लड़ा और जीता है। इसके लिए उन्होंने ‘कुणबी’ जाति का प्रमाणपत्र पेश किया था। इस पर उनके प्रतिस्पर्धी सचिन साठे ने आपत्ति जताई है। उनका आरोप है कि कामठे का जाती प्रमाणपत्र अवैध है। इसमें फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद उन्होंने कामठे के खिलाफ पुलिस में मामला भी दर्ज कराया था। इस मामले में साठे ने हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की है। इसकी सुनवाई में हाईकोर्ट ने पुणे की जाति प्रमाणपत्र पड़ताल समिति को तीन माह के भीतर पुनः जांच करने के आदेश दिए हैं।