शहरों के नाम बदलने से फारूक अब्दुल्ला खफा, कही ये बड़ी बात

श्रीनगर | समाचार ऑनलाइन – नाम बदलने की राजनीति को लेकर शुरू हुई बयानबाजी में अब नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला भी कूद गए हैं। अब्दुल्ला ने नाम बदलने का विरोध करते हुए कहा है कि इस तरह से नगरों का नाम बदलना केवल आम नागरिक का ध्यान देश के विकास से भटकाने की साज़िश है।

साथ ही भारत की बहुलवादी छवि को बदलने का प्रयास है। उन्होंने आगे कहा कि दोनों जातियों (मुसलमानों और हिन्दुओं) का आजादी, भाषा, शिल्प और लगभग सभी में बराबर का योगदान रहा है। फखरूद्दीन अली अहमद, मौलाना आजाद, जाकिर हुसैन और एपीजे अब्दुल कलाम जैसी हस्तियों ने भारत के विकास में अत्यधिक योगदान दिया है। दोनों संस्कृतियों और योगदान का अनोखा मिश्रण है, जिसे कम आंकना बेवकूफ़ी होगी।

पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह इस तरह से शहरों के नाम बदलकर लोगों में बैर पैदा कर रही है। जो राज्य और देश के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। गौरतलब है कि इन दिनों देश में नगरों के नाम बदलने का चलन चल रहा है। पहले इलाहाबाद से प्रयागराज फिर फ़ैजाबाद से अयोध्या और अब कई अन्य शहर इस कतार में हैं।