गाय को ‘राष्ट्रमाता’ घोषित करने वाला यह बना पहला राज्य 

देहरादून। समाचार ऑनलाइन
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में विधानसभा का मॉनसून सत्र मंगलवार से चल रहा है। सत्र के दूसरे दिन सदन में गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिए जाने की मांग को उठाया गया, जिस पर राज्य विधानसभा के द्वारा मुहर लगा दी गई।  यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। आगे इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। प्रदेश की पशुपालन मंत्री रेखा आर्य ने राज्य विधानसभा में यह प्रस्ताव रखते हुए कहा कि, यह सदन भारत सरकार से अनुरोध करता है कि गाय को राष्ट्रमाता घोषित किया जाए। आगे उन्होंने कहा कि, गाय को मां का रूप माना गया है और किसी बच्चे को मां का दूध उपलब्ध न होने पर गाय के दूध को वैज्ञानिक द्रष्टि से भी उसका सर्वश्रेष्ठ विकल्प माना गया है।
[amazon_link asins=’B078124279′ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’146fa72a-bca4-11e8-b7fa-830355450be2′]
आगे उन्होंने कहा कि, गाय हमारी आस्था की प्रतीक है और उसमें 33 करोड देवी-देवताओं का वास माना गया है जिसके दर्शन से ही सारे पाप दूर हो जाते हैं। गाय के गोबर और गौमूत्र में औषधीय गुण भी हैं और वह एकमात्र ऐसा पशु है जो न केवल आक्सीजन ग्रहण करता है बल्कि आक्सीजन छोडता भी है। अगर गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिया जाता है तो उससे उत्तराखंड सहित देश के 20 राज्यों में लागू गोवंश सरंक्षण कानून पूरे देश में लागू होगा और उसके संरक्षण के प्रयासों को और बल मिलेगा।
[amazon_link asins=’B01H3QVYD0,B079V4LG4L’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’2caaced2-bca4-11e8-a0eb-d166a17b95b4′]
इस मामले पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि सभी गोमाता में आस्था रखते हैं। उन्होंने कहा कि गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने का हम स्वागत करते हैं। बता दें कि गाय को राष्ट्रमाता का सम्मान देने का संकल्प पारित करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है।