गौरी लंकेश हत्याकांड में रिटायर कर्नल समेत 4 बड़े नेता भी शामिल!

बेंगलुरु। समाचार ऑनलाइन

वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की जांच के दौरान एसआईटी को इस हत्याकांड के पीछे एक रिटायर कर्नल समेत एक दक्षिणपंथी संगठन के चार बड़े नेताओं का हाथ होने की जानकारी प्राप्त हुई है। एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक इन चारों ने ही गौरी लंकेश को मारने का आदेश दिया था। हांलाकि उनके खिलाफ ठोस सबूत नहीं मिले हैं, एसआईटी उनके खिलाफ सबूत जुटाने की कोशिश में जुटी है।shirts[amazon_link asins=’B078ZRYTMP’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’18d5b4dd-7fa5-11e8-b223-53006c50de4b’]

एसआईटी को इन चारों पर काफी ज्यादा संदेह है और वह इनके खिलाफ पक्के सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है। ये चारों संगठन के बड़े पदाधिकारियों में शामिल हैं। इनमें से एक रिटायर्ड कर्नल भी है। एसआईटी को पूरा विश्वास है कि हत्या का आदेश उन्होंने ही दिया था, लेकिन उनके खिलाफ ठोस सबूत नहीं हैं। इस बीच यह जानकारी भी सामने आई है कि यह दक्षिणपंथी संगठन इन चारों फरार नेताओं को बचाने की तैयारी और तेजी से कर रहा है। एसआईटी के सूत्रों के अनुसार गौरी लंकेश हत्याकांड में कम से कम तीन आरोपित शामिल हैं जो अभी भी आजाद हैं।

एसआइटी के पास जानकारी है कि संगठन उनकी मदद कर रहा है और गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्हें पैसा भी मुहैया करा रहा है। इससे पहले अमोल काले को गौरी लंकेश की हत्या की साजिश रचने और उसे अंजाम देने के मामले में बीते जून में कर्नाटक के दावनगिरी से गिरफ्तार किया गया था। बाद में यह सामने आया कि उसने अन्य साजिशकर्ताओं के कहने पर ऐसा किया था। इस हत्या के लिए किसी दक्षिणपंथी संगठन ने फंड मुहैया कराए जाने की जानकारी भी सामने आई है। एसआईटी के अनुसार जनवरी 2017 में गौरी की हत्या की योजना बनाई गई थी। तब से अमोल काले को हर महीने कम से कम सवा लाख रुपये दिए जा रहे थे। योजना के लिए आदमियों और हथियार आदि के इंतजाम के लिए यह पैसा दिया गया था।[amazon_link asins=’B06Y4PW2LL’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’20438fa5-7fa5-11e8-a66e-efcc05b70475′]