गौरी लंकेश हत्या के आरोपी को अपने किए का नहीं है कोई पछतावा

क्रिकेट और कुश्ती प्रेमी है परशुराम वाघमारे

बेंगलुरु। समाचार एजेंसी

वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के आरोप में गिरफ्तार परशुराम वाघमारे को बीते दिन 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। वह जांच में पूरा सहयोग तो दे रहा है, मगर उसे अपने किये का कोई पछतावा नहीं रहने की जानकारी प्राप्त हुई है। उसके बारे में एक दिलचस्प बात सामने आई है कि, वह क्रिकेट और कुश्ती का खिलाड़ी है। पुलिस के मुताबिक परशुराम बेहतरीन क्रिकेट खेलता और आक्रामक बल्लेबाज था। उसको उसके साथी भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली के नाम से बुलाते थे। पुलिस फाइलों में उसका नाम ‘कोहली’ नाम से ही दर्ज है।

एसआईटी के एक सूत्र ने बताया है कि वाघमारे एक अच्छा क्रिकेटर था और आक्रामक बल्लेबाज था। इससे विजयपुरा में उसके साथी उसे कोहली कहने लगे। इनमें से ज्यादातर साथी श्रीराम सेना से थे। वह सब गुटों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में भाग जरूर लेता था लेकिन सिर्फ अपने खास दोस्तों के साथ ही रहता था। अपने साथियों के साथ ही वह क्रिकेट के अलावा कुश्ती करता था। सूत्रों के मुताबिक वह जांच टीम के साथ सहयोग कर रहा है लेकिन उसे अपने किए का कोई पछतावा नहीं है। कभी-कभी वह अपने परिवार खासकर छोटे भाई को याद करते हुए रोता है। वह कोई मांग नहीं करता। उसे जो खाना दिया जाता है, वह उसे आराम से खाता है। पुलिस को लगता है कि 2012 में पाकिस्तान का झंडा फहराए जाने के मामले में पहली बार परशुराम का नाम आगे आया।

रायचूर में वह श्रीराम सेना के संपर्क में आया। उसका संपर्क बना रहा और सिंदगी में कार्यकर्ताओं से वह मिला। विजयपुरा में 2017 में आयोजित एक प्रतिष्ठा समारोह में उसे चिह्नित किया गया। ऐसे समारोह के आयोजक कार्यक्रम में आने वाले लोगों की जानकारी एक रजिस्टर में रखते हैं। इनमें उन युवाओं के नाम होते हैं जो हिंदुत्व को बचाने के लिए हथियारबंद आंदोलन करने में विश्वास रखते हैं। ऐसे युवाओं के बारे में जानकारी जुटाई जाती है और फिर ‘योग्य’ लोगों का चयन किया जाता है। 2012 की घटना के कारण वाघमारे के चयन का रास्ता साफ हुआ। पुलिस को शक है कि परशुराम को बेलगावी के खानापुर ले जाया गया जहां उसे हवाई पिस्तौल चलाने की ट्रेनिंग दी गई। उसने जांच टीम को बताया है कि वह बाइक सवार को नहीं जानता था। जिन लोगों ने उसे गौरी लंकेश की हत्या के बारे में निर्देश दिए उनसे भी वह खास परिचित नहीं था। जांच टीम बेलगावी और बेंगलुरु में पूछताछ के बाद और भी लोगों को गिरफ्तार कर सकती है।