रूबेला के टीके से बिगड़ी बच्ची की तबीयत, आईसीयू में भर्ती

पुणे: समाचार ऑनलाइन – गोवर रूबेला की रोकथाम के लिए राज्यभर में टीके लगाने का अभियान चल रहा है, लेकिन पुणे के मनपा स्कूल की छात्रा की तबीयत बिगड़ने से अभियान पर सवाल खड़े हो गए हैं। टीका लेने के बाद छात्र की हालत इतनी ख़राब हो गई कि उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। 10 वर्षीय श्वेता संतोष कांबले के परिजनों का आरोप है कि टीके के चलते ही उनकी बेटी बीमार पड़ी है। उनका यहां तक कहना है कि टीका लगाये जाने के बाद श्वेता को पैरालायसिस अटैक भी आया। फ़िलहाल उसे इलाज के लिए ससून अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया है।

पीड़िता के पिता संतोष कांबले ने बताया कि श्वेता को स्कूल के बाकी विद्यार्थियों की तरह शनिवार को टीका दिया गया था। टीका लगाने से पहले हमें स्कूल द्वारा बताया गया था कि यदि बुखार आता भी है तो घबराने की जरुरत नहींहै। रविवार को श्वेता को बुखार आया था, इसके बाद हमने उसे हडपसर स्थित साने गुरुजी अस्पताल में भर्ती करा दिया, जहां डॉक्टरों ने श्वेता को ससून ले जाने के लिए कहा।

हडपसर स्थित 15 नंबर, मंजुरी रोड निवासी संतोष कांबले विकलांग हैं। उन्होंने बताया कि श्वेता की मां घर-घर जाकर काम करती है। हमारी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। डॉक्टरों ने श्वेता के इलाज के लिए कुछ इंजेक्शन देने को कहा है, प्रत्येक इंजेक्शन की कीमत सात हजार रुपए है। हमें समझ नहीं आ रहा है कि इतना पैसा कहां से आएगा।

पुणे के दत्तवाडी इलाके में दो दिनों पहले एक निजी स्कूल के पांच विद्यार्थियों की भी टीका लगाने के बाद तबीयत ख़राब हो गई थी। उल्टी और चक्कर की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके अलावा, जनता वसाहत स्कूल के बच्चों ने भी टीके के बाद तबीयत बिगड़ने की बात कही थी। चौथी की छात्रा पिंकी पवार (10) को अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। इसके पहले मुंबई में भी इस टीके से रिएक्शन का मामला सामने आ चुका है।