प्रेमी की हत्या के बाद प्रेमिका बोली, उम्रभर विधवा बनकर रहूंगी

मेरठ : समाचार ऑनलाइन – मेरठ में संजीव उर्फ़ शैंकी की हत्या मामले में चौंका देने वाली बात सामने आ रही है। दरअसल, बात यह है कि शैंकी की प्रेमिका अपने परिजनों के खिलाफ बगावत पर उतर आई है। प्रेमिका ने कहा कि वह उम्रभर शैंकी की मां की सेवा करेगी और उसकी विधवा बनकर रहेगी। यही नहीं बल्कि उसने ये भी कहा कि वह शैंकी के परिजनों को इंसाफ दिलाकर रहेंगी।

मवाना के जंघड़ी गांव निवासी संजीव उर्फ़ शैंकी की बीते बुधबार को हत्या कर शव को गंगानगर के ललसाना गांव के जंगल में कार समेत जला दिया था शैंकी का कसूर इतना था कि उसका दूसरी  बिरादरी की पल्ल्वपुरम  की एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। प्रेमिका के पिता और भाइयों ने मिलकर शैंकी की हत्या की। पुलिस ने युवती के पिता और भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वही रविवार  देर रात इस मामले में नया मोड़ आ गया। युवती को शैंकी के परिजन अपने साथ ले गए।

इंस्पेक्टर महिला थाना में बताया कि युवती बालिग है और वह अपनी मर्जी से शैंकी के परिजनों के साथ जाने की जिद पर अड़ी थी। शैंकी के मां, बहन और ममेरा भाई अपने साथ ले गए।

शैंकी की याद में उसकी घर रहूंगी
युवती ने कहा कि उसने शैंकी के साथ रहने की कसम खाई थी। शैंकी को उसके पिता और भाइयों ने उसकी आंखो के सामने मारा है।  शैंकी कहता था कि अगर कोई अनहोनी हो जाये तो वह उसकी मां का ध्यान रखेगी। हम दोनों ने एक साथ रहने की कसमें खाई थी और जीवन भर साथ निभाने का वादा किया था। लेकिन जालिमों ने मेरे प्यार को मुझसे छीन लिया, भगवान उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगा।

नवरात्रों में करना चाहते थे शादी

मीडिया से बातचीत में युवती ने बताया कि शैंकी को पांच सालों से जानती थी। दोनों नवरात्रों में शादी करना चाहते थे। लेकिन परिजनों ने धमकी दी थी कि अगर तूने शैंकी से शादी की तो दोनों को मार देंगें। मुझे यह आभास नहीं था कि मेरे पिता और भाई शैंकी की हत्या कर इतना बड़ा धोखा करेंगे। उन्होंने मेरी दुनिया उजाड़ दी है। शैंकी की मेरी परिजनों से आज तक कोई बात नहीं हुई थी। उस पर लगाए गए सभी आरोप गलत है।  पिता और भाइयों ने शैंकी की हत्या करने के बाद मेरे साथ मारपीट कर घर में कैद कर दिया था। घटना का खुलासा होने के बाद पुलिस ने मीडिया के सामने मुझे नहीं आने दिया और पुलिस वालो ने काफी मुश्किल के बाद शैंकी के परिजनों के साथ आने दिया है। जब तक शैंकी के हत्यारों को कठोर सजा नहीं दिला दूंगी, तब तक चैन की सांस नहीं लुंगी और शैंकी के परिजनों के साथ कानून की लड़ती रहूंगी।