महाराष्ट्र के 1400 पुलिस कर रहे पीएसआई होने का इंतजार

पिछले एक साल प्रलंबित मैदानी परीक्षा
पुणे : समाचार ऑनलाइन – महाराष्ट्र के 1400 पुलिस पिछले एक साल से पीएसआई होने का इंतजार कर रहे हैं, इस इंतजार में न जाने कितने युवा पुलिस ने अपनी शादी तक को ताक पर रख दिया है। पीएसआई होने के बाद शादी करने का सपना बहुत से पुलिस को अधूरा सा नजर आ रहा है। इस मामले में पुणे पुलिस में कार्यरत पुलिसकर्मचारी भी पीछे नहीं है। अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर बहुत से पुलिस ने बताया कि महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग (एमपीएससी) विभाग अंतर्गत पुलिस उपनिरीक्षक पद के लिए पूर्व व मुख्य परीक्षा ली गई थी। जिसमें से एक हजार 469 उम्मीदवारों को पीएसआई होने की आस पिछले एक साल सिर्फ मैदानी परीक्षा की वजह से अटकी हुई है। पिछले एक साल से इस बारे में काफी बार मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक यह बात पहुंचायी गई। हालांकि मुख्यमंत्री ने भी इस मामले में  मैदानी परीक्षा को हरी झंडी दिखायी थी। मुख्यमंत्री ने स्वंय माना था कि यह पदोन्नती परीक्षा न होकर सरलसेवा है। ऐसी घोषणा भी मुख्यमंत्री ने पत्रकार परिषद में की थी।
महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग की ओर से पूर्व, मुख्य व मैदानी परीक्षा इन तीन स्तर पर पीएसआई की परीक्षा ली जाती है। इस परीक्षा का विज्ञापन 14 जून 2017 को जाहिर किया गया था। पीएसआई की परीक्षा के लिए पूर्व परीक्षा में 4724 उम्मीवार ने परीक्षा दी थी, जिसमें से मुख्य परीक्षा के लिए 1469 उम्मीदवार मुख्य परीक्षा में पास हुए थे और उनकी मैदानी परीक्षा होनी थी। इस संबंध में मैट में भी केस चल रहा था, पर कोर्ट ने इस पर फैसला सुनाते हुए साफ कहा था कि यह पदोन्नती परीक्षा न होकर सरलसेवा परीक्षा है। इसके बावजूद गृहविभाग और महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग द्वारा इस बात को नजरअंदाज करते हुए पुलिस विभाग में पीएसआई के लिए रिक्त 322 पदों को अटका कर रखा है।