पुणेकरों के सिर चढ़कर बोल रहा “हेलमेट” ,पढ़े एक रिपोर्ट

पुणे : समाचार ऑनलाइन – पुणे में नए साल पर यानि 1 जनवरी से हेलमेट सख्ती अभियान शुरू है। इसमें सभी को मोटरसाइकिल चलाने के दौरान हेलमेट पहनना अनिवार्य है। अन्यथा 500 रुपए का जुर्माना भरने का प्रावधान है। सुरक्षा के दृष्टि से यह एक अच्छा कदम है, लेकिन आदत से मजबूर पुणेकर हेलमेट से अब भी दूरिया बनाकर रखे है। राजनितिक दल और कुछ आम लोग इसका खुलकर विरोध कर रहे है। लेकिन पुलिस भी अपने फैसले पर कड़ा नज़र आ रही है। शहर के ज्यादातर चौक में पुलिस हेलमेट चेकिंग की कार्रवाई कर रहे है। जिसकी वजह से पिछले कुछ दिनों में पुणेकरों के सिर चढ़कर बोल रहा हेलमेट। इन सब में एक चीज़ सामने आती है क्या हेलमेट सख्ती से हमारा जीवन बच सकता है। इसमें ध्यान देने वाली बात यह है कि हम हेलमेट जुर्माना से बचने के लिए न पहने बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए पहने। अर्थात हमारे द्वारा उपयोग किये जा रहे हेलमेट की क्विलटी अच्छी होनी चाहिए। हेलमेट खरीदते समय इंडि‍यन स्‍टैंडर्ड इंस्‍टीट्यूट (आईएसआई ) मार्क का ध्यान में जरूर रखे।

रास्ते में बेचे जा रहे है हेलमेट –
पुणे में हेलमेट सख्ती के बाद शहर के फल बेचे जाने के जगह अब हेलमेट बेचे जा रहे है। पुणे के हड़पसर, स्वारगेट, डेक्कन रोड, नदीपात्र परिसर, नासिक फाटा ,शिवाजीनगर-हिंजवाड़ी हाइवे के साथ-साथ शहर के कई प्रमुख चौक पर हेलमेट की बिक्री की जा रही है। लेकिन इसमें से ज्यादातर हेलमेट बिना आईएसआई मार्क के बेचे जा रहे है। लोग इससे जुर्माना से बचाने के लिए खरीद रहे है। हालांकि ये जीवन सुरक्षा के लिए सही मापदंड नहीं है।

इसपर बन चूका है कानून –
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा बीते साल जारी अधिसूचना के अनुसार बिना आईएसआई मार्क हेलमेट को बेचने, बनाने और भंडारण के लिए गिरफ्तारी होगी। पहली बार अपराध पर दो साल की जेल या कम से कम 2 लाख रुपए का जुर्माना लगेगा, तो वही यदि कोई इस अपराध को दोहराता है तो उसको अधिक जुर्माना देना होगा। इसके बावजूद लोग धड़ले से बिना आईएसआई मार्क के हेलमेट बेचते है। परिवहन मंत्रालय ने हालही में एक निर्देश जारी किया है जिसमें उन्होंने आदेश सिया है कि 15 जनवरी 2019 के बाद से केवल आईएसआई मार्क के हेलमेट ही बेचे जायेंगे।

हेलमेट के मापदंड –
– वर्तमान में, दोपहिया हेल्मेट का अनुशंसित वजन 1.5 किलो है। नए मापदंडों के अनुसार, यह आंकड़ा केवल 1.2 किलोग्राम तक रह जाएगा।
– हेलमेट में उचित वेंटिलेशन होगा। कई सवारी हेलमेट के अंदर वेंटिलेशन की कमी के कारण हेल्मेट पहनने से इनकार करते है।
– सड़क के किनारे बिक रहे नकली हेल्मेट की बिक्री पर रोक
– हेलमेट ब्युरो ऑफ इंडियन स्टॅडर्ड्स IS 4151:2015 जरुरी।

ऐसे करें हेलमेट का चुनाव –
1. फुल फेस हेल्‍मेट –
हेल्‍मेट खरीदते समय ध्यान रखें कि हेल्‍मेट हमेशा ऐसा होना चाहिए जो कि आपके पूरे फेस को ढक सके, आजकल बाजार में ऐसे कई सारे हेल्‍मेट मौजूद है जो कि सिर्फ सिर को ढकते है. ऐसे हेल्‍मेट चाहे देखने में काफी लुभावने लगते है लेकिन यद् रखें ऐसे हेलमेट के होने या फिर न होने से कोई फर्क नहीं होता है।

2. हेल्‍मेट की गुणवत्ता –
हेलमेट खरीदते समय एक बार इसकी गुणवत्ता Helmet buying guide अथार्त इसकी मजबूती पर भी जरूर ध्यान दे. आप जो भी हेल्‍मेट खरीदने की सोच रहे है ध्यान रखें कि उसकी मजबूती में कोई शक न हो। साथ ही हेलमेट खरीदते समय गारंटी के बारे में पहले से ही जानकारी पता कर ले।

3. रोड साईड हेल्‍मेट ना खरीदे –
हेल्‍मेट एक विश्‍वासनीय वस्‍तु होती है इसे कभी भी राह चलते सड़क के किनारे बेचने वालों से न खरीदे। Helmet buying guide हमेशा याद रखें कि कभी भी कम पैसे खर्च करने के चक्कर में सस्‍ता हेल्‍मेट न खरीदे. क्योकि आपका एक बार पैसा जीवन भर के लिए महंगा पड़ सकता है।

4. डिटैचबल हेल्‍मेट का प्रयोग –
हेलमेट खरीदते समय Helmet buying guide ऐसा हेलमेट खरीदे जो आपके सिर के साथ साथ आपके सामने के मुंह को भी पुरी तरह ढके, या फिर डिटैचबल हेल्‍मेट हो जिसे आप अपनी जरूरत के अनुसार हाल्‍फ या फिर फुल कर सके।

5. हेल्‍मेट के ग्‍लॉस की क्‍वालिटी –
हेल्‍मेट खरीदते समय सबसे महत्‍वपूर्ण बात उसके सिसे होते है, हेलमेट हमेशा अच्छी क्वालिटी के ही खरीदे क्योकि अच्‍छी क्‍वालिटी के हेल्‍मेट के सीसे अच्‍छे होते है और लम्‍बे समय तक चलते है। वहीं दूसरी ओर सस्‍ते हेल्‍मेट के सीसे काफी कम दिनों में ही खराब हो जाते है या फिर घिर जाते है जो चालक को गाड़ी को चलाते समय परेशानी पैदा करते है। साथ ही ध्यान रखें कि हेल्‍मेट के शीशे कभी भी डार्क कलर के ना ले।

6. पूरी जांच –
हेल्मेट खरीदते समय उसकी पूरी जांच कर ले कि कहीं किसी तरह की ब्रेकेज इत्यादि न हो, विशेषकर सिर के अंदर के भाग में जरूर देखें।

पुणेकरों

7. अंदुरनी भाग –
हेल्मेट के भीतर का न केवल डिजाइन बेहतर होना चाहिए, बल्कि इसके भीतर प्रयोग किया गया कपड़ा या फिर मटेरियल का भी बेहतर होना जरूरी है। ध्यान रखें कि, खराब मटेरियल के कारण आपके चेहरे और बालों को नुकसान हो सकता है। कोशिश करें कि अच्छी क्वालिटी के मटेरियल वाले हेल्मेट खरीदें।