सैकड़ों वर्षो से चला आ रहा राममंदिर विवाद खत्म हो : योगी

गोरखपुर (आईएएनएस) : समाचार ऑनलाईन – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को यहां कहा कि सैकड़ों वर्षो से चला आ रहा राम मंदिर विवाद खत्म किया जाना चाहिए, जिसके लिए न्यायालय लगातार सुनवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि सभी लोग न्यायालय के फैसले का सम्मान करेंगे। मुख्यमंत्री महानवमी के अवसर पर गोरक्षनाथ मंदिर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, “देश के विकास के लिए अयोध्या में राममंदिर पर निर्णय जरूरी है। सैकड़ों सालों से चल रहे एक विवाद का पटाक्षेप होना चाहिए। जिससे देश के प्रत्येक नागरिक के मन में विश्वास पैदा हो सके।”

अयोध्या पर विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष सिर्फ नकारात्मक राजनीति करता है, और उसे विकास और जनकल्याणकारी कार्यो से कोई लेना-देना नहीं है।

योगी ने कहा कि “पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में अयोध्या में परम्पराओं को खत्म कर दिया गया था। अब अयोध्या में विदेशों से आए लोगों द्वारा रामलीला का मंचन किया जाता है। कई देशों के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शिरकत करते हैं। हमारी सरकार पिछली बार की तरह इस बार भी वहां भव्य दीपोत्सव का कार्यक्रम आयोजित कर रही है। अबकी बार सरयू नदी के तट पर साढ़े पांच लाख से भी अधिक दीपों को जलाकर दीपावली का पर्व मनाया जाएगा।”

मुख्यमंत्री ने कहा, “विपक्ष को गरीबी, शिक्षा, स्वास्थ्य से कोई मतलब नहीं है। गांधीजी की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित विधानमंडल सत्र का बहिष्कार करके विपक्ष ने गांधीजी और विकास का अपमान किया है। विपक्ष, सदन में मुंह दिखाने लायक नहीं है।”

उन्होंने कहा, “केंद्र और राज्य सरकार द्वारा बालिकाओं के उत्थान के लिए कई कार्य किए गए हैं। ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ जैसी योजनाओं से बेटियों को सम्मान मिल रहा है। उज्‍जवला योजना पर तेजी से काम हो रहा है। गरीब कन्याओं की शादी के लिए 51 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार बेटी कल्याण के लिए कन्या सुमंगला योजना प्रारम्भ करने जा रही है, जिसके माध्यम से 15 हजार रुपये की राशि बालिकाओं के शसक्तीकरण के लिए दिए जाएंगे।”

योगी ने इससे पहले नौ कन्याओं के पांव पखारे, उनके माथे पर तिलक लगाया, बनारसी चुनरी ओढ़ाई और मंत्रोच्चार के साथ उनकी आरती की। इसके साथ ही उन्होंने कन्याओं को दक्षिणा और वस्त्र भी भेंट किए।

गौरतलब है कि योगी हर साल नवरात्रि में नौ दिनों का व्रत रखते हैं। वह पिछले तीन दिनों से गोरखपुर में हैं और तब से परम्परानुसार मठ के पहली मंजिल पर पूजन-हवन और देवी की उपासना कर रहे हैं। योगी चार दिन बाद मंगलवार को दशहरे के दिन मठ से नीचे उतरेंगे। इस क्रम में सुबह नौ बजे अन्य संतों एवं पुजारियों के साथ नाथ जी के विशिष्ट पूजन से अपने दिन की शुरुआत करेंगे। शाम चार बजे वह अपनी परम्परागत वेश-भूषा में शोभायात्रा की शक्ल में मानसरोवर मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे। वहां पूजन-अर्चन के बाद बगल के रामलीला मैदान में जाकर भगवान श्रीराम का तिलक कर मंदिर लौट आएंगे।

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