आर्थिक मंदी से उबरने के लिए इमरान अब अमीरों के पैसों से भरेंगे सरकारी खजाना! उठाया यह कदम…

इस्लामाबाद: समाचार ऑनलाइन- आर्थिक संकट की मार झेल रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को हर तरफ से खाली हाथ लौटना पड़ा है. किसी भी देश ने उन्हें आर्थिक मदद देने से इनकार दिया. यहाँ तक कि पाकिस्तान को बड़ी आर्थिक सहायता पहुँचाने वाले FATF ने भी उसे ग्रे लिस्ट में डाल दिया है. अब हताश इमरान खान ने पैसा जुटाने के लिए देश के अमीरों को अपना टारगेट बनाया है.  इमरान खान कर वसूली के द्वारा नए वित्तीय वर्ष में सिर्फ इनकम टैक्स से 258 अरब रुपए इकट्ठा करना चाहते  है.

लगभग 1.30 लाख हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स को भेजे इंकम टैक्स नोटिस

जी हाँ, इमरान सरकार के फेडरल बोर्ड ऑफ रिवेन्यू ने (FBR) ने देश के लगभग 134,848 लाख लोगों को इनकम टैक्स नोटिस भेजे हैं, जिससे मिली रकम से सरकारी के खाली खजाने को भरा जाएगा. ITR फाइल न करने पर यह नोटिस उन सभी लोगों को भेजा गया है, जो देश के अमीर लोगों में शुमार हैं. साथ ही इनका नाम टैक्स डिपार्टमेंट में रजिस्टर्ड नहीं है.

इन शहरों में भेजे गए ‘इतने’ नोटिस

>> लाहौर में 37,083 नोटिस.
>> रावलपिंडी में 21,248 नोटिस.
>> इस्लामाबाद में 4,600 नोटिस.
>> पेशावर में 15,800 नोटिस.
>> सरगौधा में 15,560 नोटिस.
>> कराची में 10,467 नोटिस.
>> हैदराबाद में 5,198 नोटिस.

इमरान खान के सत्ता में आने के बाद टैक्स पेयर्स की संख्या बढ़ी

>> बता दें कि इमरान सरकार ने सत्ता में आने के बाद से ही इंकम टैक्स को लेकर सख्ती अपनाई थी. इसके बाद FBR के मुताबिक, पिछले एक साल में टैक्स रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या 15.14 लाख से बढ़कर 25.61 लाख हो गई है, जो कि लगभग 69 फीसदी की बढ़ोतरी है.

पाकिस्तान में सिर्फ 1% लोग ही देते हैं TAX

गौरतलब है कि वर्तमान आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान में सिर्फ 1 फीसदी लोग ही टैक्स अदा करते हैं. पाकिस्तान पूरी दुनिया में उन देशों में से एक है, जिसका टैक्स टू जीडीपी अनुपात केवल 11 फीसदी ही है.

इनकम टैक्स की अधिकतम दर में 35 फीसदी की बढ़ोतरी 

इमरान खान सरकार द्वारा इंकम टैक्स की अधिकतम दर 25 फीसदी से बढ़ाकर 35 फीसदी कर दी गई  है.  50,000 प्रति महीना वेतनभोगियों के लिए और 33 हजार 333 रुपए गैर-वेतनभोगियों के लिए रखा गया है.

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