डॉक्टरों की कल देशव्यापी हड़ताल; मेडिकल सेवाएँ प्रभावित होने की आशंका

समाचार ऑनलाइन – इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के डॉक्टरों ने लोकसभा में पारित हुए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक (नेशनल मेडिकल कमीशन बिल) का विरोध करते हुए बुधवार को देशव्यापी हड़ताल की घोषणा की है. यह हड़ताल 24 घंटे तक जारी रहने की उम्मीद है. हालांकि इस दौरान देश भर की मेडिकल सेवा प्रभावित होने की आशंका है.

इस बिल से मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया का अस्तित्व होगा खत्म!

मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) की जगह नए आयोग की स्थापना का मार्ग प्रशस्त करने वाले नेशनल मेडिकल कमीशन बिल को सोमवार को लोकसभा में मंजूरी दे दी गई है. लेकिन IMA द्वारा बिल का कड़ा विरोध किया जा रहा है.

हड़ताल के दौरान सिर्फ इमरजेंसी केस ही देखें जाएंगे

हड़ताल के दौरान IMA के सभी सदस्यों ने अपनी मेडिकल सेवाएँ न देने का निर्णय लिया है. बुधवार सुबह 6 से शाम 6 बजे तक केवल इमरजेंसी केस या बेहद बीमार मरीजों की ही जांच की जाएगी. IMA ने अपनी असहमति दर्ज कराने के लिए देशभर में विरोध प्रदर्शन, उपवास आदि का आयोजन करने की घोषणा की है.

नए कानून की जरूरत क्यों ?

नए विधेयक के अनुसार, भारतीय चिकित्सा परिषद के प्रतिनिधियों के अस्तित्व को समाप्त कर दिया जाएगा और नए आयोग में सरकार के प्रतिनिधि शामिल होंगे. केवल 5 राज्यों को ही एक बार प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा. इसका मतलब है कि अन्य राज्यों, विश्वविद्यालयों और मेडिकल प्रोफेशनल्स के पास कोई विकल्प नहीं है. IMA ने यह सवाल उठाया है कि वर्तमान 134 सदस्यीय वाली परिषद की कार्यप्रणाली को मात्र 25 लोग कैसे संभाल सकते हैं? सरकार निजी मेडिकल कॉलेजों में केवल पचास प्रतिशत सीटों को विनियमित करेगी, इसलिए चिकित्सा शिक्षा केवल धन का एकाधिकार होगा.

IMA का आरोप है कि सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता वास्तव में फर्जी डॉक्टरों को कानूनी स्वीकृति देने की कोशिश कर रहे हैं,जो कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है.