अब शिक्षक आधारित नहीं, विद्यार्थी आधारित शिक्षा व्यवस्था होगी

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – विद्यार्थियों को बदले मॉडल में शिक्षा देने से आदर्श समाज की स्थापना होगी। इससे देश के विकास में मदद मिलेगी। चयन आधारित मूल्यांकन पद्धति से विद्यार्थियों को अपने पसंद के विषय लेकर पढ़ाई कर सकेंगे। इसके बाद शिक्षा शिक्षक केंद्रित नहीं रहेगी इसे विद्यार्थी केंद्रित करने में मदद मिलेगी।

शैक्षणिक दर्जा ऊंचा उठाने में मदद मिलेगी

शैक्षणिक दर्जा ऊंचा उठाने में मदद मिलेगी। यह विचार सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी के उपकुलगुरु डॉ. एन.एस. उमराणी ने व्यक्त किए। वे चिंचवड़ में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।

एक दिवसीय वर्कशॉप

चिंचवड़ स्थित कमला एजुकेशन सोसायटी संचालित कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड कम्प्यूटर स्टडीज व सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी द्वारा संयुक्त रूप से कॉमर्स डिपार्टमेंट के प्रोफेसर्स के लिए इम्प्लिमेन्टेशन ऑफ च्वाइस क्रेडिट सिस्टम विषय पर एक दिवसीय वर्कशॉप आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का उद्घाटन सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी के उपकुलगुरु डॉ. एन.एस. उमरानी ने किया। कार्यक्रम में कमला शिक्षा संस्था के संस्थापक सचिव डॉ. दीपक शाह, प्राचार्य डॉ. बाबासाहेब सांगले, उप प्राचार्य डॉ. जयश्री मुले, चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर डॉ. राजेंद्र कांकरिया, कॉमर्स डिपार्टमेंट के चीफ डॉ. क्षितिजा गांधी व प्रा. अनामिका घोष आदि उपस्थित थे।