कृषि व स्वास्थ्य क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के जरिए अमूलाग्र बदलाव संभव : डॉ. एम. कार्तिकेयन

पिंपरी। संवाददाता – पिंपरी चिंचवड एज्यूकेशन ट्रस्ट (पीसीईटी) आकुर्डी के पिंपरी चिंचवड कॉलेज ऑफ इंजिनिअरिंग (पीसीसीओई) में ‘कॉम्यूटींग, कम्यूनिकेशन कंट्रोल ॲण्ड ॲटोमेशन’ विषय पर तीन दिवसीय 5वीं अंतरराष्ट्रीय आईसीक्यूब परिषद आयोजित की गई है। इसके दूसरे दिन ‘कृत्रिम बुद्धिमत्ता का कृषि-स्वास्थ्य क्षेत्र में इस्तेमाल’ विषय पर हुई चर्चा में जाने- माने विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। इसमें नेशनल केमिकल लेबॉरेटरीज (एनसीएल) वरिष्ठ संशोधक डॉ. एम. कार्तिकेयन ने कृषि व स्वास्थ्य क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के जरिए अमूलाग्र बदलाव संभव बताया।
उन्होंने कहा कि, कृत्रिम बुध्दिमत्ता के इस्तेमाल से मानवी जीवन अधिक सुखकर व पर्यावरणपूरक बन सके इसके लिए कृषि व स्वास्थ्य क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता को इस्तेमाल में लाने को लेकर वैश्विक स्तर पर संशोधन शुरू है। इस तकनीक का इन क्षेत्रों में इस्तेमाल होनेपर किसानों समेत आमजनों के जीवन में अमूलाग्र बदलाव होने के साथ साथ हमारी अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिल सकेगा। उनके अलावा यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के वरिष्ठ प्रबंधक ऋत्विक पुंगलिया ने ‘रिसर्च क्लस्टर शोकेश’, अत्रेय इनोव्हेशन के डॉ. अनिरूद्ध जोशी ने ‘पर्सनलाईज्‌ हेल्थ सोल्यूशन्स थ्रू डेटा सायन्स विजन आयुर्वेद’, व्हर्लपूल कॉर्पोरेशन के कृत्रिम बुद्धिमत्ता विभाग के वरिष्ठ अधिकारी बी. प्रशांत और चेन्नई की डॉ. एमजीआर संस्था के डीन डॉ. एल. रमेश ने ‘रिझनव्हेंटींग मायक्रो-ग्रीड पॉवर सिस्टिम फॉर झिरो नेट बिल्डिंग थ्रू दी इनरनेट’ विषयों पर मार्गदर्शन किया।
इस मौके पर तिजुआना इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजिचे अधिष्ठाता डॉ. ऑस्कर कॅस्टिलो, यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के वरिष्ठ प्रबंधक ऋत्विक पुंगलिया, व्हर्लपूल कॉर्पोरेशन के कृत्रिम बुद्धिमत्ता विभाग के वरिष्ठ अधिकारी बी. प्रशांत, अत्रेय इनोव्हेशन के डॉ. अनिरूद्ध जोशी, चेन्नई की डॉ. एमजीआर संस्था के डीन डॉ. एल. रमेश, पीसीईटी के विश्वस्त भाईजान काझी, पीसीसीओई के प्राचार्य डॉ. अजय फुलंबरकर, समन्वयक प्रा. डॉ. के. राजेश्वरी, प्रा. डॉ. लिना शर्मा, ट्रेनिंग ॲण्ड प्लेसमेंट सेल के डीन डॉ. शितलकुमार रवंदले, डीन डॉ. निलकंठ चोपडे, डॉ. संजय लकडे, डॉ. शितल भंडारी आदि उपस्थित थे। इस मौके पर कविता तिवारी, अभिजित जाधव, स्नेहल राठी के नाविन्यपूर्ण विषयों पर आधारित प्रबंध के लिए उन्हें सम्म्मनित किया गया। परिषद के आयोजन में पीसीईटी के अध्यक्ष ज्ञानेश्वर लांडगे, उपाध्यक्षा पद्माताई भोसले, सचिव व्ही. एस. कालभोर, कोषाध्यक्ष शांताराम गराडे, विश्वस्त व पूर्व मंत्री हर्षवर्धन पाटील, भाईजान काझी, कार्यकारी निदेशक डॉ. गिरीष देसाई, प्राचार्य डॉ. ए. एम. फुलंबरकर, प्रा. डॉ. के. राजेश्वरी, प्रा. एस. आर. शिर्के, प्रा. डॉ. लिना शर्मा आदि ने हिस्सा लिया।

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