सिटी इंजीनियर अंबादास चव्हाण के खिलाफ कार्रवाई करें : राहुल जाधव

नाराज महापौर ने मनपा आयुक्‍त से विभागीय जांच कर कार्रवाई की मांग की
पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – पिंपरी-चिंचवड़ मनपा के सिटी इंजीनियर अंबादास चव्हाण को विकास कार्यों के लिए अतिरिक्‍त अवधि नहीं देने और उनके द्वारा कार्यों को लेकर बरती गई लापरवाही के मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग महापौर राहुल जाधव ने मनपा आयुक्‍त श्रवण हर्डिकर से की है। इसके अलावा शिक्षा बोर्ड की प्रशासनिक अधिकारी ज्योत्सना शिंदे को फिर से सरकार की सेवा में भेजे जाने की उपसूचना हाल ही में हुई जनरल बॉडी मीटिंग में मंजूर की गई। जिसकी कार्यवाही चल रही है।
मनपा आयुक्‍त के खास-म-खास सिटी इंजीनियर अंबादास चव्हाण को डेढ़ वर्ष पहले प्रभारी सिटी इंजीनियर बनाया गया था।एक वर्ष तक प्रभारी रहने के दौरान संतोषजनक काम करने की वजह से प्रशासन ने उन्हें सिटी इंजीनियर बना दिया।इस बीच राहुल जाधव के महापौर बनने के बाद उन्होंने शहर के आरक्षित प्लॉटों से अतिक्रमण हटाने का निर्देश मनपा प्रशासन को दिया। इसके अलावा आरक्षित प्लॉटों को सुरक्षा दीवार से घेरने की भी पहल की थी। इस संबंध में उन्होंने 24 अगस्त को अपने कक्ष में अधिकारियों की बैठक बुलाई थी।इस बैठक में सिटी इंजीनियर अंबादास चव्हाण को मनपा की आरक्षित प्लॉटों को सुरक्षा दीवार या तार से घेरने का निर्देश दिया था।
एक महीने में ही सिटी इंजीनियर ने महापौर के निर्देश को कचरे की टोकरी में डाल दिया, लेकिन महापौर राहुल जाधव ने यह समझते हुए कि अंबादास चव्हाण पर काम का दवाब है इसलिए उन्हें एक महीने की अतिरिक्‍त अवधि दी, लेकिन इसके बाद काम की प्रगति की जानकारी ली गई तो पता चला कि इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ है। इस जानकारी से महापौर का पारा चढ़ गया। उन्होंने मनपा आयुक्‍त श्रवण हर्डिकर को इस संबंध में कहा है कि शहर के प्रथम नागरिक के दिए गए आदेशों का पालन नहीं किया गया, यह गंभीर बात है। चव्हाण की विभागीय जांच कर उनके खिलाफ  कड़ी कार्रवाई  की जाए।
प्रशासनिक अधिकारी को सरकारी सेवा में वापस भेजा जाए
कुछ महीने पहले मनपा शिक्षा समिति में प्रशासनिक अधिकारी पद पर नियुक्‍त हुई ज्योत्सना शिंदे ने 5 सितंबर को शिक्षक दिवस का आयोजन नहीं किया था। इसे लेकर विरोधियों ने सत्ताधारी भाजपा की जमकर खिल्‍ली उड़ाई थी। इससे भाजपा को काफी नुकसान हुआ है। इसके बाद मनपा द्वारा आयोजित किए गए आदर्श स्कूल व प्रतिभाशाली शिक्षक पुरस्कार में शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े की तरह वे भी गायब थीं।
मनपा स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता में गिरावट की शिकायत है। इसी के मद्देनजर महापौर राहुल जाधव ने शहर की सभी स्कूलों का खुद दौरा कर निरीक्षण किया। इन दौरों में विद्यार्थियों से की गई बातचीत में शिक्षा के गिरते स्तर की बात सामने आई थी। इससे पहले ही शिक्षा समिति की प्रशासनिक अधिकारी ज्योत्सना शिंदे को सरकारी सेवा में वापस भेजने का प्रस्ताव हाल ही में सम्पन्न हुई जनरल बॉडी मीटिंग में मंजूर किया गया। इस दिशा में आगे की कार्यवाही की जा रही है।