क्या आधुनिक शिक्षा से समाज बिगड़ा है? केंद्रीय मंत्री को तो यही लगता है

उज्जैन:  मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर का मानना है कि आधुनिक शिक्षा कई मायनों में फेल हुई है और आने वाली पीढ़ियों के लिए वैदिक शिक्षा ही बेहतर है। उन्होंने कहा कि आधुनिक शिक्षा ने समाज को बिगाड़ा है और वैदिक शिक्षा से युवाओं में देशभक्ति की भावना जगाई जा सकती है।तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय विराट गुरुकुल सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में जावडेकर ने कहा कि उनका मंत्रालय इस दिशा में विचार कर रहा है कि कैसे वर्तमान सिलेबस से बोझिल विषयों को हटाकर बच्चों को मूल्यवान शिक्षा दी जा सकती है। साथ ही केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि आधुनिक शिक्षा क्राइम रेट को कम करने में असफल हुई है।

 नई नीति पर चल रहा काम
जावडेकर ने नई शिक्षा नीति बनाने की तरफ भी इशारा किया और कहा कि तीन महीने में इसका ड्राफ्ट तैयार होने की संभावना है। उन्होंने कहा, “हम नई शिक्षा नीति पर काम कर रहे हैं और इसके लिए सुझाव मंगाए गए हैं।एक महीने में ड्राफ्ट तैयार हो जाएगा और तीन महीने में हर कोई नीति को देख सकेगा।”

पांच साल गुरुकुल भेजो
वहीं शिक्षा राज्यमंत्री सत्यपाल सिंह ने कहा, “आधुनिक शिक्षा बढ़ते अपराधों और समाज में बढ़ती अनिश्चितता के समाधान में असफल हुई है।भारत में हर बच्चे को शुरुआती पांच साल के लिए गुरुकुल भेजा जाना चाहिए। केवल वैदिक शिक्षा से ही हमारे बच्चों का विकास अच्छे से हो सकता है, उनमें मानसिक अनुशासन आ सकता है और उनमें देशभक्ति की भावना जगाई जा सकती है।” अंतरराष्ट्रीय विराट गुरुकुल सम्मेलन में भारत और नेपाल के 900 से ज्यादा गुरुकुल हिस्सा ले रहे हैं। इस कार्यक्रम का मकसद इस संभावना पर विचार करना है कि कैसे मुख्यधारा में गुरुकुल शिक्षा को शामिल किया जा सकता है।