घाटी हिंसा: ‘कश्मीर चाहिए, तो कश्मीरियों को भी अपनाना होगा’ 

जम्मू: समाचार ऑनलाइन – कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ के बाद हुई हिंसा में बच्चे सहित सात लोगों की मौत हो गई थी। इस हिंसा के लिए राज्य में सक्रिय संगठन सेना को कुसूरवार ठहरा रहे हैं। हालांकि, ये बात अलग है कि हिंसा सैन्य ऑपरेशन में आम नागरिकों द्वारा उत्पन्न किये गए व्यवधान से ही उपजी थी। जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने इसके लिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कश्मीर मसले पर सरकार की कोई योजना नहीं है। अगर कश्मीर चाहिए तो कश्मीरियों को भी अपनाना होगा।

पूर्व राज्यसभा सांसद व जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि कश्मीर मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार के पास कोई योजना नहीं है। जहां जरूरत नहीं है वहां भी फौज डंडे और गोली का इस्तेमाल कर रही है, जिसमें मासूम बच्चे मारे जा रहे हैं। जो फौज दुश्मनों के लिए बनाई गई है वो दोस्तों और अपने नागरिकों पर ही कार्रवाई कर रही है। मदनी ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आपको कश्मीर चाहिए, कश्मीरी नहीं चाहिए। अगर आप बगैर कश्मीरियों के कश्मीर लेने का ख्वाब देख रहे हैं तो यह पूरा नहीं होगा। यह ख्वाब तभी पूरा होगा जब आप कश्मीरियों को भी अपनाएंगे।

उन्होंने कहा कि अगर आप कश्मीरियों का दमन करके यह उम्मीद करते हैं कि कश्मीर अपने पास रख लेंगे तो यह झूठ और धोखा होगा। मौलाना ने कहा कि कश्मीर मुद्दे का हल तभी निकलेगा, जब हम कश्मीर के साथ साथ कश्मीरियों को भी अपना कहेंगे।