दूसरी शादी करने के बाद पहली पत्नी को खर्च नहीं देने पर जमीन नीलामी के आदेश

भिवानी : समाचार ऑनलाईन – शादी के महज एक माह बाद ही पहली पत्नी को धोखा देखकर लंदन जाकर गौरी मेम से दूसरी शादी रचाने वाले एनआरआइ पति द्वारा कोर्ट के आदेश के बावजूद पांच साल तक खर्च तक नहीं दिए जाने पर कड़ा फैसला लिया है। पहली पत्नी को खर्च की दस लाख 20 हजार रुपये की राशि आरोपित पति के भिवानी के रूपगढ़ में स्थित कृषि भूमि नीलामी कर वसूल की जाएगी। यह फैसला मुंबई कोर्ट द्वारा दिया गया है। कोर्ट के आदेश भिवानी जिला प्रशासन को भेजे है। भिवानी के तहसीलदार एवं रजिस्टार की मौजूदगी में सोमवार 10 जून को जमीन नीलाम की जाएगी।

22 नवंबर 2011 में पहली शादी की थी
गांव दिनोद निवासी नीरज रानी यादव ने बताया कि उसकी शादी 22 नवंबर 2011 को गांव रूपगढ़ निवासी पंकज यादव पुत्र जगदीश चंद्र के साथ हुई थी। शादी रचाने के एक महीने बाद ही वह लंदन जाकर रहने लगा। उसके बाद से आज तक वह भारत नहीं आया है।

नीरज का कहना है कि वहां जाकर उसने दो महीने में ही एक मैम से दूसरी शादी रचा ली है। इतना नहीं उसने विदेश बैठे हुए ही भिवानी के गांव देवसर स्थित पीएनबी बैंक में अपनी मां रेखा के साथ फर्जी तरीके से ज्वाइंट एकाउंट खुलवा लिया है। इस मामले में सदर थाना भिवानी पुलिस ने आरोपित एनआरआइ पति की मां के खिलाफ केस दर्ज किया हुआ है।

10 जून को होनी थी नीलामी
मुंबई कोर्ट में चल रहे घरेलू हिंसा मामले की सुनवाई करते हुए एनआरआइ पति पंकज यादव को घर खर्च के लिए हर माह बीस हजार रुपये खर्च देने के आदेश दिए थे। पिछले पांच साल का कुल खर्च 10 लाख 20 हजार रुपये बना है। कोर्ट के आदेशों की अवेहलना करते हुए आरोपित पति ने पहली पत्नी को ना ही तो एक बार भी यह खर्च दिया और ना ही वह आज तक भारत पहुंच कर कोर्ट में पेश हुआ है।

मुंबई कोर्ट ने इसे मामले को सख्ती से लेते हुए एनआरआइ पति की गांव रूपगढ़ स्थित 14 कनाल 6 मरले जमीन की नीलामी कर इस खर्च का भुगतान किए जाने के आदेश दिए है। कोर्ट ने 23 अप्रैल 2019 को जमीन की नीलामी की तारीख तय की थी, लेकिन नीलामी के दौरान खरीददार नही पहुंचे। अब अदालत ने फिर से इसके लिए नीलामी की तारिख 10 जून 2019 तय की थी. भिवानी तहसीलदार, रजिस्टार सहित प्रशासान की पूरी टीम द्वारा सोमवार को यह जमीन नीलाम की जाएगी। नीरज ने बताया कि उसके पति द्वारा दूसरी शादी रचाने के मामले मे आरोपित के प्रत्यर्पण के लिए गृहमंत्रालय द्वारा भारतीय दूतावास, लंदन को भी अवगत करवाया जा चुका है।