भूमि अभिलेख के उपनिदेशक वानखेडे तत्काल सस्पेंड

पुणे।संवाददाता- पुणे में करीबन 100 करोड़ रुपए कीमत की जमीन दावा को लेकर निर्णय के लिए 1 करोड़ 70 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए एन्टी करप्शन विभाग (एसीबी) ने एड.रोहित शेंडे को गिरफ्तार किया था। इस मामले में भूमि अभिलेख के उपनिदेशक बालासाहेब वानखेडे से पूछताछ के बाद उनपर गिरफ्तारी का ख़तरा मंडरा रहा है। वानखेडे ने अंतरिम जमानत के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी जिसे शुक्रवार की सुनवाई में खारिज कर दिया गया है। ऐसे में उसकी गिरफ्तारी अटल मानी जा रही है। इस बीच वानखेड़े को राजस्व विभाग ने तत्काल सस्पेंड कर दिये जाने से खलबली मच गई है।
क्या है पूरा मामला
पर्वती पहाड़ के पास 80 गुंठा जमीन है, जिसके कुछ हिस्से में अतिक्रमण हुआ है। इसके अलावा इस जमीन पर बाकी लोगों के नाम जुड़ गए थे। इस जमीन के कागजात से इन नामों को निकालने व उनके टाइटल क्लिअर कराने पर यह जमीन बेचने को लेकर जमीन मालिक और एक बिल्डर के बीच करार हुआ है। जमीन मालिक ने इस जगह की पॉवर ऑफ एटर्नी बिल्डर को दी है। भूमि अभिलेख विभाग की ओर से इस जगह पर बाकी लोगों के नाम निकालने के लिए व बिल्डर के इस जगह की पॉवर ऑफ एटर्नी एक वकील की पत्नी के नाम की। उसके बाद अप्रैल 2018 में वकील ने भूमि अभिलेख विभाग को अपील की थी। इस पर उपनिदेशक बालासाहेब वानखेडे के पास सुनवाई शुरु थी। इसका निर्णय देने के बाद एक घंटे के अंदर एड रोहित शेंडे को एक करोड़ 70 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया था।
इस मामले में एसीबी ने भूमि अभिलेख कार्यालय के कर्मचारी व बाकी अधिकारियों के जवाब दर्ज किए थे। इसमें एड. शेंडे व वानखेडे द्वारा रिश्वत लिए जाने की साजिश सामने आयी है। इस मामले में और लोगों का समावेश रहने की संभावना भी जताई जा रही है।वानखेडे ने अंतरिम जमानत के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी जिसे आज की सुनवाई में खारिज कर दिया गया है। ऐसे में उसकी गिरफ्तारी अटल मानी जा रही है। वहीं आज देर शाम उन्हें तत्काल सस्पेंड कर दिया गया। इससे पूरे महकमे में खलबली मच गई है।