लोकसभा चुनाव सीट बंटवारा : जल्द फैसला नहीं हुआ तो नुकसान होगा : चिराग पासवान 

पटना : समाचार ऑनलाइन – लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार की 40 सीटों का बंटवारे को लेकर लोजपा ने भाजपा को नये संकट में डाल दिया  है। पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मंगलवार को कहा कि सीट बंटवारे को लेकर भाजपा नेताओं से कई दौर की बात होने के बावजूद अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया है।
लोजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के संसद बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट कर कहा कि समय रहते इस मसले पर बात नहीं बानी तो इससे नुकसान भी हो सकता है। चिराग ने कहा कि टीडीपी व रालोसपा के गठबंधन से बाहर जाने के बाद एनडीए नाजुक दौर से गुजर रहा है। ऐसे में भाजपा एनडीए में फ़िलहाल बचे हुए साथियों की चिंताओं को समय रहते सम्मानपूर्वक दूर करना चाहिए। चिराग पासवान का ट्वीट ऐसे समय में आया है, जब भाजपा मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभाओं के चुनाव हार चुकी है।

लोजपा के साथ भाजपा का समझौता 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले हुआ था । 2014 के चुनाव में एनडीए के अंदर लोजपा को सात सीटें मिली थीं, जिनमें उसने छह पर जीत हासिल की थी । इस बार लोज्कपा कम से कम पांच और राज्य सभा की एक सीट चाहती है ।

इधर, इससे पहले रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी एनडीए का साथ छोड़ दिया है। वही, भाजपा को जेडयू के साथ मिला है। गौरतलब है कि भाजपा ने बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर अब तक सिर्फ जेडयू से बातचीत की है। दोनों दलों के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने बिहार में संयुक्त रूप से बराबर सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने की बात कही हैं। भाजपा की मुश्किलें तीन राज्यों में चुनाव हारने के बाद बढ़ गई है। साथी दलों का विश्वास डगमगाने लगा है। साथी दलों को चुनाव में पहली बार कड़ी टक्कर मिलने का आभास हो चुका है। ऐसे में भाजपा पर दवाब बनाकर अपनी बात मनमाने में जुट गये हैं। भाजपा अगर साथी दलों को वक़्त रहते तबज्जो नहीं देती है तो संभव है कि कुछ और पार्टिया गठबंधन से बाहर जा सकते हैं। भाजपा की मुश्किलें इतनी भर ही नहो है। तीन राज्यों में चुनाव हारने के बाद उसे अपने कारकर्ताओं में भी आत्मविश्वास भरना है ताकि आगामी चुनाव में वह अपनी शाख बचा सके।