लोकसभाध्यक्ष का आगमन, शिवसेना का शक्ति प्रदर्शन, भाजपा की बेचैनी

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन
संतोष मिश्रा

क्रांतिवीर दामोदर चापेकर के डाक टिकट के अनावरण समारोह के लिए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन कल (रविवार) पिंपरी चिंचवड़ शहर में आगमन हो रहा है। इस समारोह के जरिए शिवसेना भाजपा और आरएसएस के प्रभाव वाले चिंचवड़ समेत अन्य क्षेत्रों में जोरदार शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में जुट गई है। वहीं शिवसेना द्वारा केंद्र सरकार के समारोह को ‘हाईजैक’ किये जाने से सत्तादल भाजपा की बेचैनी बढ़ गई है। उसी में महाजन की मौजूदगी में पार्टी का एक अलग कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर वरिष्ठ नेताओं की उदासीनता ने भाजपा की इस बेचैनी को और बढ़ा दिया है। हांलाकि शिवसेना को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भाजपा ने भी जबरदस्त ‘फ्लेक्स और होर्डिंगबाजी’ की है। अब इन दोनों दलों के बीच जारी ‘फ्लेक्सवॉर’ चर्चा का विषय बन गया है।[amazon_link asins=’B0756RF9KY’ template=’ProductCarousel’ store=’policenama100-21′ marketplace=’IN’ link_id=’50bea4d3-81f2-11e8-b272-cb9c5e82a739′]

केंद्र सरकार ने क्रांतिवीर दामोदर चापेकर के सम्मान में उनकी डाक टिकट जारी करने का अहम फैसला किया है। इस कड़ी में चापेकर की भूमि चिंचवड़गांव में एक समारोह का आयोजन किया गया है। इसमें लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के हाथों चापेकर की डाक टिकट अनावरण किया जाएगा। इस समारोह की तैयारी शिवसेना के स्थानीय सांसद श्रीरंग बारने की निगरानी में शुरू है। यह समारोह भले ही केंद्र सरकार का हो, मगर इसे शिवसेना ने पूरी तरह से ‘हाईजैक’ कर लिया है। इस समारोह के जरिए सांसद बारने अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि पर शक्ति प्रदर्शन में जुटे हैं। इसका प्रमाण पूरे चिंचवड़ क्षेत्र में की गई ‘फ्लेक्सबाजी’ और उसपर उल्लेखित मायने से मिल रहा है। यह ‘फ्लेक्सबाजी’ भाजपा व आरएसएस के प्रभाववाले क्षेत्रों में किये जाने से सत्तादल में बेचैनी नजर आती है।

सांसद श्रीरंग बारने के समर्थकों द्वारा चापेकर स्मारक समिति को साथ लेकर इस समारोह की तैयारी की जा रही है। इसकी ‘फ्लेक्सबाजी’ के मायने में में मतदाताओं के प्रति कटिबद्धता, आश्वासन पूर्ति जैसी लाइनें इस्तेमाल की गई है। उसी के साथ राज्यसभा सांसद अमर साबले और महापौर छोड़ भाजपा के दूसरे स्थानीय नेताओं और पदाधिकारियों को समारोह के निमंत्रण पत्र तक में जगह नहीं दिए जाने से भाजपा की नाराजगी और बढ़ गई है। इस पर संघ परिवार ने भी नाराजगी जताई है। पहले तो भाजपाइयों ने लोकसभा अध्यक्ष की मौजूदगी में पार्टी के लिए अलग कार्यक्रम लेना तय किया लेकिन उसमें वरिष्ठ नेताओं की रजामंदी नहीं मिल सकी। इसके बाद मात्र भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर इस्तेमाल कर शिवसेना के खिलाफ जवाबी ‘फ्लेक्सबाजी’ शुरू कर दी। भाजपा का कहना है कि, चापेकर के सम्मान में डाक टिकट जारी करने की मांग बरसों से की जा रही थी। अब जबकि केंद्र में भाजपा की सरकार है तो उसे तत्काल प्रभाव से अमल में लाया जा रहा है। अगर शिवसेना को वाकई में इसमें सियासत न करनी होती तो पोस्टर्स पर प्रधानमंत्री की तस्वीर क्यों इस्तेमाल नहीं की गई। अब चिंचवड़ क्षेत्र में शिवसेना और भाजपा के बीच ‘फ्लेक्सवॉर’ सा छिड़ गया है।