जोरदार बारिश से लौटी लोनावला की जवानी, लोग उठा रहे लुफ्त 

लोनावला : समाचार ऑनलाईन – पिछले 10 से 12 दिनों तक शांत पड़ी मानसून गुरुवार को फिर सक्रिय हो गई। मानसून की जबर्दस्त बारिश शुक्रवार को भी देखने को मिली। इस बारिश ने लोनावला के साथ मावल को भी पानी से लबालब कर दिया। इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र माने जाने वाले भुशी डैम फिर से ओवरफ्लो होकर बाहर बहने लगा है। जबकि मावल की नदियों और नालों में बाढ़ आ गई है। बारिश होने से मावल में धान की बुआई में तेजी आ गई है। पानी के अभाव में मुरझाई धान की फसल को संजीवनी मिल गई है। लोनावला में शुक्रवार को 8 घंटे में 77 मिमी जबकि पवना डैम परिसर में 46 मिमी बारिश दर्ज की गई।

धूप और छाव का खेल शुरू हो गया था
इस वर्ष दो सप्ताह देर से आई मानसून ने जून के अंतिम सप्ताह में जोरदार बारिश के साथ प्रवेश किया था। इससे किसानों सहित सभी चिंता दूर हो गई थी। लेकिन इसके बाद फिर से  धूप और छाव का खेल शुरू हो गया। इससे मावल व विशेषकर बारिश के लिए प्रसिद्ध लोनावला जहां पिछले 10 से 12 दिनों से बारिश नहीं हुई थी वहीं मावल के किसानों के साथ सभी के माथे पर चिंताओं की लकीरें आ गईं थी। पानी के अभाव के कारण मावल में धान की बुआई रूकी पड़ी थी।

पर्यटकों की संख्या भी काफी कम हो गई थी
मावल का झरना भी पानी के अभाव में सूख गया था। पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र माना जाने वाला लोनावला का भुशी डैम के पाये के ऊपर से बहने वाला पानी बंद होने से पिछले सप्ताह पर्यटन का आनंद उठाने आए पर्यटकों को निराशा हुई थी। बारिश नहीं होने से पर्यटकों की संख्या भी काफी कम हो गई थी।

आखिरकार 12 दिनों के बाद गुरुवार को जोरदार बारिश शुरू हुई। इससे किसानों के साथ आम लोगों को बड़ी राहत मिली है। मावल की पवना, इंद्रायणी, सुधा, कुंडलिका जैसी नदियों में बाढ़ आ गई। पवना, वलवण, तुंगार्ली, शिरोता, उकसान, जाधववाड़ी, लोनावला, , मलवंडीठुले, कासारसाईं, आढले के जल स्तर में काफी वृद्धि हुई है। मावल के पवन, आंदर व नाणे मावल क्षेत्र में धान की बुआई में तेजी आ गई है, तथा किसानों की चिंताएं दूर हुईं।