महाराष्ट्र को कश्मीर बनने में ज़्यादा समय नहीं लगेगा: प्रकाश आंबेडकर

पुणे समाचार

महाराष्ट्र सरकार को देखते हुए लगता है कि महाराष्ट्र की हालात भी कश्मीर जैसी हो जाएगी। जनता बीजेपी पार्टी से उब चुकी है, जनता देश के विकास के लिए नए विकल्प ढूंढ रही है। जनता को चुनाव में नए विकल्प नजर आए तो नई राजनीतिक सत्ता आने के ज्यादा आसार नजर आ रहे हैं। हम जनता की बातों का सम्मान करते हुए हमने किसी भी राजनीतिक पार्टी को साथ दिए बिना हम स्वतंत्र रूप से नई पार्टी तैयार करके चुनाव लड़ेंगे। जो पार्टी भाजपा  भाजपा के खिलाफ है, उन सबसे हमने अपील की है कि अगर गठबंधन करना है तो लोकसभा के दो सीटें धनगर, दो सीटें माली और दो सीटें ओबीसी, दो सीटें मुस्लिमों को देने के लिए राजी हैं तो हम एकजुट होकर चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी में हैं। यह घोषणा दलित नेता डॉ. प्रकाश आंबेडकर ने पुणे में आयोजित प्रेस कॉफ्रेंस में की।

साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए वंचित बहुजन आघाडी की स्थापना की गई है। जिसके जरिए राज्यभर में वंचित संगठन को शामिल करके आगामी समय में काम किया जाएगा। 27 जून से राज्य के प्रत्येक जिले में जाकर काम करने की घोषणा इस दौरान प्रकाश आंबेडकर ने की। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा को लेकर देश की जनता काफी नाराज है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं की कांग्रेस को वह आनेवाली सरकार के रूप में देख रही है। जनता को दूसरी सरकार बनाने के लिए विकल्प मिलेगा तो वह भाजपा और कांग्रेस को कभी सरकार के रूप में नहीं देखना चाहेगी। शिवसेना पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के बारे में प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि शिवसेना ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि वो अकेले अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी, तो उनके साथ चुनाव मिलकर चुनाव लड़ने की बात ही नहीं आती।

कोरेगांव भीमा को लेकर प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि मुझे पुलिस की कारवाई पर लेकर संदेह है, इतने महीनों तक पुलिस क्यों चुप बैठी थी। पुलिस पर मेरा यह आरोप है कि मारनेवाले कौन हैं यह पुलिस को पता है। रूलिंग पार्टी से संबंधित होने की वजह से इसलिए पुलिस ने संबंधित लोगों को गिरफ्तार नहीं किया है।  देश की सुरक्षा का जब सवाल आता है तो एडमिनिट्रेशन प्रशासन ने कानून को महत्व देना चाहिए। गौरी लंकेश, कॉम्रेड पानसरे, नरेंद्र दाभोलकर के हत्यारों के बारे में पुलिस को पता है, पुलिस ने इस मामले में जिन लोगों को हिरासत में लिया है उनका संबंध रूलिंग पार्टी से है, इसलिए पुलिस ने आज तक उन लोगों को हाथ नहीं लगाया। लेकिन जैसी ही राजनीति की हवा बदलने की शुरूवात हुई और फिलहाल की सरकार दुबारा नहीं आएगी तो अपनी चमड़ी बचाने के लिए एक किसी को पकड़ा है, जहां तक मेरी जानकारी है यह सिर्फ एक मोहरा है, इसके साथ के कई मोहरे हैं, जिसे पुलिस पकड़ने के लिए तैयार नहीं है। एडमिनिस्ट्रेशन से मेरा इतना ही कहना है कि जब रुलिंग पार्टी के अजेंडे को लागू करना पुलिस की जिम्मेदारी होती है। लेकिन जहां कानून की बात आती है तो जो पार्लियामेंट ने कानून लागू किया है, उनकी वफादारी उनसे ही होनी चाहिए। मुझे कानून को लेकर पुलिस की वफादारी में कहीं न कहीं खोट नजर आती है।