माशूका बोली ‘पत्नी को बालकनी से फेंक दो’… और पति ने दे दिया धक्का  

गुरुग्राम | समाचार ऑनलाइन – हरियाणा के गुरुग्राम में एक शख्स ने माशूका के उकसाने पर अपनी पत्‍नी को आठवीं मंजिल से नीचे फेंककर मौत के घाट उतार दिया। करवाचौथ की रात इस वारदात को अंजाम देने वाले पति विक्रम चौहान और उसकी माशूका को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों एक ही सोसाइटी में रहते हैं। जल्लाद पति को पुलिस ने वारदात के बाद ही गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन उसकी माशूका को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। आरोपी महिला खुद भी विवाहित है और 6 माह की गर्भवती है।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों के बीच नवंबर 2017 में दोस्‍ती हुई थी। दोनों सोसाइटी के पार्क में मिले थे और इसके बाद करीब आते गए। उनके बीच तकरीबन हर रोज़ फ़ोन के साथ-साथ गूगल व व्‍हाट्सएप पर चैट होती थी। जांच में यह सामने आया है कि आरोपी महिला अपने प्रेमी को उसकी पत्‍नी की हत्‍या के लिए उकसाती थी। करवाचौथ की रात महिला ने विक्रम से कहा था कि वो अपनी पत्नी को ‘बालकनी से फेंक दे’, जिसके बाद उसने ग्वाल पहाड़ी इलाके स्थित वैली व्‍यू इस्‍टेट अपार्टमेंट की आठवीं मंजिल से पत्‍नी दीपिका चौहान को धक्‍का दे दिया। दीपिका बैंक में काम करती थी।

बेवकूफ, मैं सोच रही थी…
पुलिस के अनुसार, 27 अक्‍टूबर को दीपिका और विक्रम के बीच उसके अवैध संबंधों को लेकर बहस हुई थी,जो बाद में झगड़े में बदल गई। उसी दिन शाम करीब पौने 8 बजे आरोपी महिला ने विक्रम को गूगल टॉक-मैसेज भेजकर कहा था, ‘बालकनी से फेंक दो।’ उसने यह बात तब कही, जब विक्रम ने उसे बताया कि उसकी पत्‍नी लड़ाई-झगड़े के बाद बुरी तरह चिल्ला रही है। जांचकर्ताओं के अनुसार, विक्रम ने जब उसे कहा कि उसका भी यही मन कर रहा है तो उसने कहा, ‘तो कर दो।’ कुछ देर बाद उसने चैट में यह भी कहा, ‘बेवकूफ, मैं सोच रही थी कि तुमने अब तक उसे फेंक दिया होगा।’

तुम ‘लूजर’ हो…

अब तक की जांच से यह भी खुलासा हुआ है कि विक्रम अपनी पत्‍नी को मारने के लिए 24 अक्‍टूबर को उसे नैनीताल भी लेकर गया थाजहां उसकी योजना उसे पहाड़ से धकेलने की थी। लेकिन दीपिका को ऊंचाई से डर लगता था और वह पहाड़ पर नहीं चढ़ पाईजिसके कारण विक्रम अपने मंसूबों को अंजाम नहीं दे पाया। इसके बाद 26 अक्‍टूबर को जब उसने अपनी माशूका से इसका जिक्र किया तो उसने उसे लूजर‘ कहा था। एक अन्‍य चैट में उसने विक्रम से यह भी कहा था कि उसे अपने इरादों को अंजाम देने के लिए अगर 10 दिन भी वहां रहना पड़े तो वहीं रहे। पुलिस आगे मामले की जांच कर रही है।