कामगार आयुक्त कार्यालय पर 13 दिसंबर को महामोर्चा

पुणे : समाचार ऑनलाइन – सरकार ने बिल्डिंग्स व अन्य कंस्ट्रक्शन कामगारों के लिए मजदूर कल्याणकारी बोर्ड की स्थापना की है। बोर्ड में आज 7 हजार करोड़ रुपए से अधिक जमा है। इन पैसों का इस्तेमाल मजदूरों की कल्याणकारी योजनाओं के लिए करने के बजाए महाराष्ट्र सरकार ने कामगार विभाग के अंतर्गत एक हजार करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया है। इसके तहत कामगारों को सुरक्षा के साधन उपलब्ध कराने व मध्यान्ह भोजन देने जैसी योजनाएं शामिल हैं। सुरक्षा के साधन उपलब्ध कराना बिल्डरों की जिम्मेदारी हैं और वे उपलब्ध करा रहे हैं। मजदूरों को साइट पर मध्यान्ह भोजन देना संभव नहीं। ऐसे में एक हजार करोड़ रुपए कांट्रैक्टर्स की जेब में जाएगा। इसलिए इस टेंडर को रद्द कर कंस्ट्रक्शन कामगारों के एकाउंट्स में यह पैसा जमा किया जाए। यह मांग कष्टकरी कामगार पंचायत अध्यक्ष व कष्टकारों के नेता बाबा कांबले ने की है। उन्होंने कहा कि इस टेंडर को रद्द कराने के लिए 13 दिसंबर को पुणे के कामागार कार्यालय में महामोर्चा निकाला जाएगा। यह रकम कंस्ट्रक्शन कामगारों के बैंक एकाउंट्स में जमा नहीं करने पर तीव्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।

पिंपरी में कंस्ट्रक्शन कामगारों के सम्मेलन में वे बोल रहे थे। कष्टकरी कामगार पंचायत के द्वारा पिंपरी के महात्मा फुले पुतला के पास कंस्ट्रक्शन मजदूरों की सभा आयोजित की गई थी। इस दौरान कष्टकरी कामगार पंचायत अध्यक्ष, कष्टकारियों के नेता बाबा कांबले, महासचिव धर्मराज जगताप, कोषाध्यक्ष प्रल्हाद कांबले, शहर अध्यक्ष भीमाशंकर शिंदे, शंकर आव्हाड, अनिल चौधरी, शशिकांत तिडके व संदीपान मुले आदि उपस्थित थे। इस दौरान बाबा कांबले ने कहा कि रजिस्टर्ड कंस्ट्रक्शन कामगारों को प्रति कामगार औजार खरीदने के लिए पांच हजार रुपए दिए जाते हैं। इसके लिए बोर्ड की तरफ से आवेदन मंगाए जाते हैं।

दिवाली से पहले मजदूरों से आवेदन मंगाए गए थे। दिवाली से पहले ही सभी कामगारों के बैंक एकाउंट्स में पांच हजार रुपए जमा करने की घोषणा की गई थी। दिवाली समाप्त हो गई, लेकिन कामगारों को अब तक पांच हजार रुपए नहीं मिले हैं। मौजूदा योजनाएं कंस्ट्रक्शन कामगारों तक नहीं पहुंच पा रही हैं। फिर एक हजार करोड़ रुपए का टेंडर किस लिए और क्यों जारी किया गया? सरकार एक हजार करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार कर रही है। इस टेंडर को रद्द करने के लिए कष्टकरी कामगार पंचायत द्वारा तीव्र आंदोलन किया जाएगा। 13 दिसंबर को पुणे के कामगार कार्यालय पर महामोर्चा निकाला जाएगा। एक हजार करोड़ रुपए का टेंडर रद्द कर यह रकम कंस्ट्रक्शन कामगारों के बैंक एकाउंट्स में जमा नहीं करने पर तीव्र आंदोलन की चेतावनी बाबा कांबले ने दी है। 13 दिसंबर को पिंपरी-चिंचवड़ शहर के कंस्ट्रक्शन मजदूरों ने पिंपरी के डॉ।बाबासाहेब आंबेडकर पुतला के सामने एकजुट होने की अपील भीमाशंकर शिंदे ने की।