पुणे, 16 जून : महाराष्ट्र गुप्तवार्ता प्रबोधिनी ट्रेनिंग संस्था को ISO प्रमाणपत्र मिला है। जबकि केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से 2019-20 में देश के पश्चिम विभाग में सर्वोकृष्ट ट्रेनिंग संस्था के रूप में पहला स्थान मिला है। इसके तहत दो लाख रुपए और प्रमाणपत्र मिला है।
महाराष्ट्र गुप्तवार्ता प्रबोधिनी संस्था की स्थापना 2009 में हुई थी। इससे पूर्व विशेष सुरक्षा ट्रेनिंग सेंटर व विशेष शाखा ट्रेनिंग सेंटर का विलय कर महाराष्ट्र गुप्तवार्ता प्रबोधिनी शुरू की गई है।
राज्य गुप्तवार्ता विभाग में चयनित होने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को यहां ट्रेनिंग दी जाती है।
गुप्तवार्ता और साजिश सहित अलग अलग तरह की ट्रेनिंग इस संस्था के जरिये दी जाती है। अब तक 737 ट्रेनिंग हुई है। इनमें से 5 हज़ार 528 अधिकारी और 15 हज़ार 519 कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गई है।
संस्था को 2015-16 और अब 2019-20 के लिए देश के पश्चिम विभाग का सर्वोकृष्ट ट्रेनिंग संस्था का प्रथम पुरस्कार मिला है।
जबकि राज्य सरकार ने ऊर्जा संवर्धन व मैनेजमेंट को लेकर 2014-15 में प्रथम पुरस्कार दिया था। इसके साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 5 अधिकारियों व कर्मचारियों को सर्वोकृष्ट प्रशिक्षक के रूप में सम्मानित किया है।
संस्था दवारा किये गए बेहतरीन कार्य को लेकर संस्था को 2021 का ISO प्रमाणपत्र मिला है।
राज्य गुप्तवार्ता विभाग के कमिश्नर आशुतोष डुंबरे के मार्गदर्शन में संचालक व विशेष पुलिस महानिरीक्षक महादेव ताम्बाड़े और पुलिस उप अधीक्षक अश्विनी राख, विजयकुमार पलसुले व अधिकारियों और कर्मचारियों ने कड़ी परिश्रम की है।