मुंबई, 1 जुलाई : श्वान ट्रेनिंग कोर्स की परीक्षा में देश में प्रथम आने का गौरव राज्य के सीआईडी की श्वान प्रशिक्षक सुप्रिया किंद्रे-धुमाल को मिला है। राज्य की पहली महिला श्वान प्रशिक्षक होने का गौरव उन्हें मिला है। उन्होंने मध्य प्रदेश के टेकनपुर के नेशनल ट्रेनिंग सेंटर फॉर डॉग (एन एनडीसीडी ) संस्था से श्वान प्रशिक्षक का कोर्स पूरा किया है।
देश भर के विभिन्न राज्यों की पुलिस और अर्धसैनिक दल के श्वान प्रशिक्षक इस कोर्स में शामिल हुए थे। कोर्स के लिए चुनी गई सुप्रिया किंद्रे एकमात्र महिला थी। महाराष्ट्र पुलिस विभाग में उन्होंने श्वान प्रशिक्षक कोर्स के लिए भेजा गया था। संबंधित कोर्स के लिए अब तक महिला का चयन नहीं हुआ था।
श्वान हैंडलर के प्रशिक्षक पद तक की यात्रा पूरी करने वाली सुप्रिया ने बताया कि देश के स्तर पर पुलिस या अर्धसैनिक दल में श्वान केन्द्र (डॉग यूनिट ) में महिला प्रशिक्षक नहीं थी। महिला श्वान हैंडलर है लेकिन प्रशिक्षक पद तक पहुंचने के लिए यह कोर्स पूरा करना होता है। देशभर में श्वान ट्रेनिंग के लिए तीन संस्था है। मध्य प्रदेश के टेकनपुर, राजस्थान के अलवर और चंडीगढ़ में यह संस्था है। श्वान को अलग अलग लेवल पर ट्रेनिंग दी जाती है। अपराधियों को ढूंढने और विस्फोटक की तलाश करने के लिए श्वान को अलग अलग तरह से ट्रेनिंग दी जाती है। पेट्रोलिंग और बंदोबस्त के लिए अलग ट्रेनिंग दी जाती है। पुलिस विभाग में काम करने वाले श्वान को संभालना मुश्किल माना जाता है। इसमें संभालने में सावधानी बरतनी पड़ती है। पुलिस विभाग के श्वान को दी जाने वाली ट्रेनिंग अन्य श्वान की तुलना में कठिन माना जाता है।
कोरोना काल में ट्रेनिंग पूरी की
प्रशिक्षण का कोर्स सुप्रिया ने बेहद अच्छे तरीके से पूरा किया है। कोरोना काल में टेकनपुर ट्रेनिंग संस्था से रेजिडेंट कोर्स पूरा किया है। इस प्रकार के कोर्स को पूरा करने वाली सुप्रिया किंद्रे राज्य की पहला महिला श्वान प्रशिक्षक बन गई है।
– अतुलचंद्र कुलकर्णी, अतिरिक्त पुलिस महासंचालक, सीआईडी