कोलकाता : समाचार ऑनलाईन – लोकसभा चुनाव बीत चुके हैं।सरकार का भी गठन हो चुका है लेकिन ममता बनर्जी और बीजेपी के बीच शुरू हुई लड़ाई अब तक जारी है।यह लड़ाई अब इस मोड़ पर पहुंच चुकी है कि इसमें इस हद तक कड़वाहट भर चुकी है जिसे आने वाले कुछ समय ठीक कर पाना बेहद मुश्किल है।अब एक दूसरे के दफ्तर पर कब्जा करने होड़ शुरू हो चुकी है।इसी क्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर 24 परगना जिले में खुद भाजपा दफ्तर का ताला तोड़ने पहुंच गई। टीएमसी का दावा कार्यालय उनका है
टीएमसी का दावा है कि ये उनका दफ्तर है जिसपर भाजपा ने कब्जा कर रखा था.ममता बनर्जी ने खुद ही दीवार पर अपने पार्टी का चुनाव चिन्ह पेंट किया और पार्टी का नाम भी लिखा।ममता के निर्देश पर ही भगवा रंग और कमल का निशान मिटाया गया.इस दौरान ममता बनर्जी काफी गुस्से में नजर आई।कैमरे के सामने ही सीएम पुलिस को फटकार लगाती नजर आई.
बाबूल सुप्रिया गेट वेल सून का कार्ड भेजेंगे
Is she a CM of a state or modern day Ghajini ? She is forcibly ‘capturing’ a BJP office by painting her party symbol and writing her party name. Shame! pic.twitter.com/4f1YTtxOeZ
— Niranjan Mohanty (@NiranjanPapun) June 3, 2019
इस बीच केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा कि वे जल्द दीदी को गेट वेल सून वाला कार्ड भेजेंगे।सोमवार की सुबह आसनसोल से भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो ने कहा, “ ममता दीदी एक अनुभवी नेता है, लेकिन पिछले कुछ समय से उनके व्यवहार में असामान्य और अजीब बदलाव आया है।उन्हें पद की गरिमा के अनुरूप दिमाग को स्थिर रखना चाहिए।उन्हें कुछ दिनों के लिए आराम करना चाहिए।वे बंगाल में भाजपा की मौजूदगी से बौखला गई है।हम आसनसोल लोकसभा क्षेत्र की ओर से दीदी को गेट वेल सून कार्ड भेजेंगे.
गौरतलब है कि 30 मई को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी कैबिनेट के साथ दिल्ली में शपथ ले रहे थे, उसी समय बंगाल के 24 परगनाजिले में ममता बनर्जी धरने पर थी।नैहाटी में रैली को संबोधित करने के बाद ममता भाजपा के दफ्तर पहुंची।उन्होंने अपने सामने ताले तुड़वाए। इसके बाद ममता के आदेश पर ऑफिस का भगवा रंग और कमल का निशान मिटाया गया।