पिंपरी समाचार ऑनलाइन – देशभर में गूंज रहे #MeToo की आंच पिंपरी चिंचवड के डिप्टी आरटीओ तक भी पहुंच गई है। इस कार्यालय में काम करनेवाली एक महिला अधिकारी के साथ डेढ़ साल पहले हुई छेड़छाड़ की घटना के बारे में चिखली पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इस महिला ने तब कामकाज के स्थल पर छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न की रोकथाम करने के लिए गठित विशाखा समिति से शिकायत की थी। इस समिति की रिपोर्ट पीड़ित महिला को मंजूर नहीं है और उसकी शिकायत के लिए गठित दूसरी समिति की रिपोर्ट उस तक पहुंची नहीं। इसके चलते महिला अधिकारी ने पुलिस में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई।
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पीड़ित महिला अधिकारी की शिकायत के आधार पर चिखली पुलिस ने पिंपरी चिंचवड डिप्टी आरटीओ के असिस्टेंट आरटीओ (एआरटीओ) सुबोध मेडशिकर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, मई 2017 से 7 जून 2018 के बीच पीड़ित महिला के साथ एआरटीओ सुबोध ने छेड़छाड़ की और उसे प्रताड़ित किया। कामकाज के दौरान पीड़ित महिला अधिकारी की अनुमति के बिना फ़ोटो निकाली गई। इसके बाद लगातार उसे स्पर्श हो इस तरीके से खड़े होकर उसके साथ नजदीकी बढाने की कोशिश की गई। आरोपी एआरटीओ उसपर लगातार साथ भोजन के लिए दबाव बनाता रहा।
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इसके अलावा आरोपी ने महिला का हाथ पकड़कर उसका करियर बरबाद करने की धमकी दी। उसे सताने के लिहाज से उसे मेमो जारी किया और उसकी डायरी भी रख ली। आरोपी एआरटीओ की प्रताड़ना से तंग आकर पीड़ित महिला ने कामकाजी स्थल पर इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए गठित विशाखा समिति से शिकायत की थी। इस समिति की रिपोर्ट पीड़ित महिला को मंजूर नहीं है। इस मामले की जांच हेतु गठित की गई दूसरी दिघावकर समिति की रिपोर्ट उस तक पहुंची नहीं। इसके चलते महिला अधिकारी ने चिखली पुलिस थाने में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।