बिछड़े दिलों को मिलाने का नाम है “बहन-बेटी” मिलन समारोह

उस्मानाबाद के राजस्थानी समाज द्वारा हाल ही में “बहन-बेटी” मिलन समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह का मकसद था शादी के बाद एक-दूसरे से दूर हो गईं सहेलियों एवं उनके परिवारों को फिर से एक साथ लाने का। कार्यक्रम में 300 परिवारों ने शिरकत की, इस दौरान समाज के करीब 1200 लोगों को भोजन करवाया गया। इसके अलावा कार्यक्रम में ‘रिश्ते वही – सोच नई’ विषय पर एक टॉक-शो रखा गया था, जिसमें 800 लोगों ने हिस्सा लिया। इस शो का संचालन महाराष्ट्र प्रदेश माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष मधुसूदन गांधी, संगमनेर निवासी रचना मालपाणी और अकोला निवासी मनीष सेठी ने किया। मिलन समारोह में 20 साल की बहन से लेकर 80 वर्षीय बुआजी तक सबने भरपूर आनंद उठाया। कार्यक्रम में केवल बहन-बेटी ही नहीं बल्कि उनके पति यानी समाज के दामाद भी उपस्थित। आयोजन की खास बात यह रही कि खाने-पीने की व्यवस्था समाज के लोगों ने खुद की, जबकि अमूमन इस तरह के बड़े आयोजनों पर केटरर को यह ज़िम्मेदारी सौंपी जाती है। जिस तरह से बेटी या बहन की शादी में आसपास के लोग मिलजुलकर काम करते हैं, ठीक वैसा ही माहौल यहाँ निर्मित करने की कोशिश की गई थी।

कार्यक्रम के अंत को बिल्कुल वैसा ही रूप दिया गया जैसा बहन-बेटी की विदाई के वक़्त होता है। इस दौरान सभी की आंखों में ख़ुशी के आंसू झलक आये। समाज के सदस्यों ने तय किया है कि हर तीन साल में ऐसा आयोजन किया जायेगा। मिलन समारोह को सफल बनाने में ओंकारनाथ मालपाणी महाराष्ट्र महेश सेवा निधी के अध्यक्ष श्रीकिशन भंसाली, मदनलाल मिनियार, गिरिधारी चांडक, नीलम अजमेरा अशोक शर्मा एवं उस्मानाबाद के समस्त राजस्थानी समाज ने अहम भूमिका निभाई। आयोजकों ने कहा कि शादी के बाद बेटी या बहन अपने मायके के साथ-साथ उससे जुड़ी हर याद से दूर हो जाती है। परिवार वालों से तो फिर भी उसका मिलना हो जाता है, लेकिन सहेलियों से मुलाकात मुश्किल से हो पाती है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए यह सम्मलेन आयोजित किया गया था। ताकि बेटी-बहन अपनी सहेलियों से मिलकर पुरानी यादों को ताज़ा करने के साथ ही अपने रिश्ते को मजबूत कर सकें।

इस मौके पर नीलम अजमेर ने कहा, “टॉक-शो का विषय बेहद होशियारी के साथ चुना गया था और इसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं। ऐसे कार्यक्रम समाज और हमारी नई पीढ़ी को दिशा देने में सहायक होते हैं। मैं अजमेरा परिवार की ओर से शिरूभाऊ, मदनभाऊ, गिरधारी भाऊ, नोगजजी, शर्मा जी और सभी पदाधिकारी का आभार प्रकट करती हूँ”। वहीं, महाराष्ट्र माहेश्वरी सभा के संगठन मंत्री ब्रिजगोपाल तोषनीवाल ने कहा, “किशनजी भंसालीभाउ, मदनलालजी मणियार, नीलमजी अजमेरा और सभी साथियों को इस आयोजन के लिए बधाई। सालों बाद इस तरह से सबके मिलकर अच्छा लगा। टॉक-शो की जितनी भी तारीफ की जाए कम है। मेरा मानना है कि ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर होते रहने चाहिए, आप सभी का इसके लिए एक बार फिर से धन्यवाद।