विधायक महेश लांडगे ने की जलापूर्ति योजनाओं की ऑनफिल्ड समीक्षा

तलवडे पाईपलाईन, जैकवेल सहित प्रलंबित योजनाओं को गति देने के आदेश 
पिंपरी। भविष्य में बढ़नेवाली आबादी की पानी की जरूरत और पिंपरी चिंचवड की जलापूर्ति व्यवस्था को सक्षम करने के लिहाज से ‘संजीवनी’ साबित आंद्रा भामा आसखेड समेत विविध जलापूर्ति परियोजनाओं की विधायक महेश लांडगे ने ‘ऑनफिल्ड’ समीक्षा की। मावल तालुका की सुदवाडी में शुरू पाईलपलाईन के काम, तलवडे में जैकवेल की जमीन जागा, चिखली में पाईपलाईन और 100 एमएलडी डब्ल्यूटीपी आदि परियोजनाओं की भाजपा शहराध्यक्ष तथा विधायक महेश लांडगे ने समीक्षा की।
तलवडे की जमीन कब्जे नहीं रहने के कारण जैकवेल के काम में बाधा उत्पन्न हुई थी। हालांकि, एमआईडीसी ने सिंटेल कंपनी की जमीन मनपा को हस्तांतरित करने हेतु अनुमति दे दी है। अब इस जमीन का कब्जा ले लिया गया है। वहां, जैकवेल का काम फिर से प्रगति पर है। विधायक लांडगे ने इस जमीन का मनपा अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। पिंपरी चिंचवड़ मनपा स्थायी समिति सभापति एड. नितील लांडगे, भूतपूर्व महापौर राहुल जाधव, नितीन कालजे, स्थायी समिति के भूतपूर्व सभापति संतोष लोंढे, जलापूर्ति विभाग के सहशहर अभियंता प्रवीण लडकत, कार्यकारी अभियंता श्री झुंदारे आदि उनके साथ उपस्थित थे।
सात किलोमीटर पाइपलाइन के काम के साथ-साथ चिखली में पाइपलाइन, 100 एमएलडी की डब्ल्यूटीपी परियोजना भी निर्माणाधीन है। प्रशासन ने अक्टूबर से नवंबर तक इसका काम पूरा करने और दिसंबर के अंत तक पीने का पानी उपलब्ध कराने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि, 2031 तक पिंपरी चिंचवड़ शहर की बढ़नेवाली आबादी के मद्देनजर राज्य सरकार के जलसंपदा विभाग ने आंद्रा और भामा आसखेड बांधों से क्रमवार 36.870 और 60. 791 एमलडी कुल 97.66 एमएलडी प्रतिदिन पानी का कोटा आरक्षित किया है। हालांकि पुन:र्स्थापना खर्च को लेकर सरकार स्तर पर फैसला न हो सकने के कारण अनुबंध करने में तकनीकी दिक्कतें आयी। इसके चलते पानी का यह आरक्षित कोटा रद्द किया गया। मगर मनपा की ओर से पुनः प्रस्ताव भेजने के बाद उसे मान्यता मिल गई और परियोजना का काम तेजी से शुरू हुआ। जलापूर्ति की इस योजना से शहरा में नए से विकसित हो रहे चिखली, चऱ्होली, वडमुखवाडी, दिघी, मोशी समेत अन्य इलाकों में जलापूर्ति का मसला हल हो सकेगा।